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धर्म की सियासत पर पूर्व मंत्री रामलाल जाट का बड़ा बयान, कहा- पर्दे में करना चाहिए भजन और भोजन - Ramlal Jat Big Statement - RAMLAL JAT BIG STATEMENT

Ramlal Jat On Religion Politics, धर्म की सियासत पर राज्य के पूर्व मंत्री रामलाल जाट ने सोमवार को बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि जो लोग धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं, उनके मुंह पर ये कांवड़ यात्रा एक तमाचा है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिसकी श्रद्धा होती है, वो देवी-देवताओं की पूजा करते हैं और हमेशा भजन और भोजन पर्दे में किया जाता है.

Ramlal Jat On Religion Politics
धर्म की सियासत पर पूर्व मंत्री का बड़ा बयान (ETV BHARAT Bhilwara)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 12, 2024, 4:58 PM IST

पूर्व मंत्री रामलाल जाट का बड़ा बयान (ETV BHARAT Bhilwara)

भीलवाड़ा : प्रदेश के पूर्व राजस्व मंत्री व विजन इंडिया वेलफेयर सोसाइटी के संरक्षक रामलाल जाट सोमवार को हजारों कांवड़ियों के साथ हाथ में तिरंगा लेकर सुप्रसिद्ध हरणी महादेव मंदिर पहुंचे. इस दौरान पूर्व मंत्री ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि श्रावण मास भगवान महादेव को समर्पित है और वो हर साल इस माह में कांवड़ यात्रा निकालते हैं. उन्होंने आगे कहा कि जो लोग धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं, उनके मुंह पर ये कांवड़ यात्रा एक तमाचा है.

पूर्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि सावन पवित्र माह है. हमारे सनातन धर्म में भगवान शिव को आदि अनादि कहा गया है. वेद-पुराणों में सभी देवी-देवताओं के माता-पिता का जिक्र मिलता है, लेकिन भगवान भोलेनाथ के परिवार व माता-पिता का कोई वर्णन नहीं मिलता है. उन्होंने कहा कि इस पवित्र माह में सभी को भगवान भोलेनाथ की आराधना करनी चाहिए.

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इधर, भाजपा द्वारा कांग्रेस पर धर्म के नाम पर सियासत करने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि जिसकी श्रद्धा होती है, वो देवी-देवताओं की पूजा करता है. वहीं, भजन और भोजन हमेशा पर्दे में किया जाता है, लेकिन कुछ असामाजिक तत्व इसे लोगों की भावनाओं को भड़काने के लिए इस्तेमाल करते हैं और ये सरासर गलत है. ऐसे लोग किसी भी पार्टी में हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि वो किसी पार्टी का नाम नहीं लेंगे.

दरअसल, जिले के मांडल कस्बे के तालाब के पाल से हरिद्वार से लाए गए गंगाजल को कांवड़ में भरकर हजारों कांवड़ियां करीब 26 किलोमीटर की यात्रा कर सुप्रसिद्ध हरणी महादेव तीर्थस्थल पहुंचे. इस दौरान रास्ते में कांवड़ियां भगवान भोलेनाथ के भजनों को गाते नजर आए. वहीं, कांवड़ियों के हाथों में तिरंगा देखने को मिला.

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