भोजपुर: बिहार के आरा में लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान से पहले एनडीए को बड़ा झटका लगा है. संदेश के पूर्व विधायक और जदयू नेता विजेन्द्र यादव ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा से दे दिया है. सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर इस्तीफा देने की घोषणा की. जब वे पार्टी छोड़ने की घोषणा कर रहे थे, तभी पटना से जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने का पत्र जारी कर दिया.
राजद में हो सकते हैं शामिलः सातवें चरण के लोकसभा चुनाव के मतदान से पहले बिजेन्द्र यादव के अचानक जदयू से इस्तीफा देने को अहम माना जा रहा है. लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद एनडीए के कार्यक्रमों में वे काफी सक्रिय रह रहे थे. संभावना है कि सोमवार को आरा में तेजस्वी यादव और राहुल गांधी की संयुक्त सभा में वे राजद का दामन थाम सकते हैं. इस बार में पूछे जाने पर उन्होंने इससे इनकार नहीं किया. बोले कि अभी कुछ और लोग पार्टी छोड़ने वाले हैं.
"जदयू में अब कोई नियम और सिद्धांत नहीं रह गया है. पार्टी से जुड़े अन्य प्रदेश नेता बेलगाम हो गए हैं. पार्टी से जुड़े मंत्री के ही पुत्र और पुत्री अलग-अलग दलों से लड़ रहे हैं. जिस दल के साथ (भाजपा) गठबंधन है, वहां नेताओं और कार्यकर्ताओं का कोई मान-सम्मान नहीं है. गठबंधन से जुड़े नेताओं को मंच पर जगह तक नहीं दी जा रही है."- विजेन्द्र यादव, पूर्व विधायक