जयपुर.हरियाणा के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक नारा दिया 'बंटेंगे तो कटेंगे'. अब महारष्ट्र और झारखंड चुनाव के साथ ही राजस्थान में सात सीटों पर हो रहे उपचुनाव में भी योगी आदित्यनाथ के इस नारे की गूंज सुनाई दे रही है. भाजपा नेता अपनी सभाओं में इस नारे का जमकर प्रयोग कर रहे हैं. सभाओं में मंच से कहा जा रहा है कि बंटेंगे तो कटेंगे और एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे. अब इस नारे को लेकर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ऐसे नारों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. वहीं, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने देवली-उनियारा की एक चुनावी सभा में यह नारा दोहराने पर भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया पर निशाना साधा है. उन्होंने चुनाव आयोग से इस पर एक्शन लेने की भी मांग की है. दरअसल, पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में ऐसे नारों को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कड़ी निंदा की है. अशोक गहलोत ने कहा, यह दुर्भाग्य है देश का कि इस तरह की बातें की जा रही है कि 'बंटेंगे तो कटेंगे' और 'एक हैं तो सेफ हैं.'
आजादी के बाद पहली बार सुन रहे हैं ऐसे नारे :गहलोत बोले, ऐसे शब्द क्या कभी काम में लेते हैं. आजादी के बाद मैंने आज तक नहीं देखा कि किसी भी पार्टी के किसी भी नेता ने ऐसे शब्द काम में नहीं लिए. 'बंटेंगे तो कटेंगे', क्या मतलब है इसका? एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे. यह जो शब्द काम में लिए जा रहे हैं. यह देश का दुर्भाग्य है कि ऐसे शब्द काम में लिए जा रहे हैं. यह शब्द वो लोग काम में ले रहे हैं. जो सत्ता में आ रहे हैं. आजादी के बाद मैंने कभी नहीं सुना. किसी भी पार्टी ने, चाहे भाजपा हो या पहले जनसंघ. ऐसे शब्द आज तक काम में नहीं लिए गए. पहली बार ऐसे शब्दों का उपयोग किया जा रहा है. यह देश का दुर्भाग्य है.