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हरियाणा में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए सड़क सुरक्षा कोष का गठन, आधुनिक यंत्रों की हो रही खरीद - HARYANA ROAD ACCIDENT PREVENTION

हरियाणा में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए सड़क सुरक्षा कोष का गठन किया गया है. आधुनिक यंत्रों की खरीद की जा रही है.

HARYANA ROAD ACCIDENT PREVENTION
लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा (Photo ETV Bharat)

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jan 11, 2025, 5:35 PM IST

पंचकूला: हरियाणा में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार गहन मंथन कर विशेष तैयारी में जुटी है. इस दिशा में लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़कों पर अतिरिक्त काम करने की जरूरत है. इसके लिए प्रदेश में जल्द ही सड़क सुरक्षा कोष का गठन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सड़कों की गुणवत्ता (क्वालिटी) जांच के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग आधुनिक यंत्रों की खरीद कर रहा है, जो निर्माण के दौरान और बाद में गुणवत्ता का आंकलन कर सड़कों के सुदृढ़ीकरण को बढ़ावा देने में मददगार होगा.

दरअसल, मंत्री रणबीर गंगवा आज सेक्टर-1 स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में आयोजित 11 से 17 जनवरी तक चलने वाले सड़क सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम में बतौर मुख्यतिथि पहुंचे थे, जहां अपने संबोधन में उन्होंने यह जानकारी दी.

3700 किमी. सड़कों पर सफेद पट्टी

मंत्री रणबीर गंगवा ने बताया कि इस बार पीडब्ल्यूडी विभाग ने बड़े स्तर पर समय रहते 3700 किलोमीटर दूरी को सफेद पट्टी से कवर किया है. इससे धुंध व फॉग के दौरान सड़क हादसे रोकने में मदद मिलेगी. साथ ही इनसे वाहन चालकों को भी गंतव्य स्थल तक जाने में आसानी होगी. उन्होंने कहा कि निर्देशों के अनुसार विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा इस काम को समय से पूरा किया गया है.

कई राज्यों के एक्सपर्ट्स दे रहे प्रशिक्षण

लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान अलग-अलग राज्यों से एक्सपर्टस को बुलाकर कार्यशाला का आयोजन करते हुए विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस प्रशिक्षण से वर्ष भर सड़कों पर मिलने वाली कमियों को दूर करने में मदद मिलेगी. मंत्री ने उम्मीद जताई कि इस प्रशिक्षण के बाद विभाग का स्टाफ जागरूकता के साथ सड़क निर्माण व सुविधाओं को मुहैया करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा.

युवाओं को किया जाएगा जागरूक

मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा कि सड़कों पर कुछ स्कूल और कॉलेज बने हैं, जहां हर समय हादसे होने का अंदेशा बना रहता है. ऐसे स्कूलों और कॉलेजों में युवाओं को जागरूक किया जाएगा. यहां समयानुसार शिविर लगाकर पीडब्ल्यूडी विभाग के कर्मचारी-अधिकारी कार्यशालाओं का आयोजन कर युवाओं को जागरूक करेंगे. उन्होंने कहा कि स्कूलों द्वारा अपनी ओर से जो कार्य व सुविधाएं तैयार करवानी है, उनके बारे भी बताया जाए, ताकि स्कूलों-कॉलेजों में युवाओं को अपनी सुरक्षा की जानकारी मिल सके. उन्होंने युवाओं को यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा बारे जानकारी होने से हादसों में काफी गिरावट आने की उम्मीद जताई.

दुर्घटना रोकने के लिए सड़कों के गड्ढे खत्म हों

लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि सड़क निर्माण के कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. किसी भी कार्य में क्वालिटी के साथ समझौता नहीं होगा. उन्होंने बताया कि अब विभाग क्वालिटी जांच के लिए ऐसे आधुनिक यंत्रों की खरीद कर रहा है, जिससे निर्माण के दौरान और निर्माण पूरा होने के कई साल बाद भी गुणवत्ता की जानकारी प्राप्त हो सकेगी. इससे क्वालिटी में गिरावट आने पर संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा. उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश की किसी भी सड़क में गड्ढे नहीं होने चाहिए. गड्ढे मुक्त सड़कें होने पर हादसों को काफी हद तक रोका जा सकेगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश की सड़कों पर आवश्यकता अनुसार जहां जरूरत हो, वहां साइन बोर्ड, ब्रेकर, रिफलेक्टर, सफेद पट्टी व अन्य सुरक्षा उपकरण लगाई जाएं.

सड़कों संबंधी सुविधाओं की प्रदर्शनी

लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा ने यहां विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया. यहां विभाग ने सड़कों पर दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी और प्रारूप को तैयार किया था. साथ ही सड़क निर्माण में प्रयोग होने वाली सामग्री के नमूने भी प्रदर्शनी में शामिल किए. इस प्रदर्शनी में विभाग ने उन वस्तुओं को भी शामिल किया, जिन्हें भविष्य में प्रयोग में लाया जाना है. इनमें विशेषकर गुणवत्ता जांच वाले यंत्र शामिल हैं, जिनकी मंत्री ने काफी सराहना की.

प्रधानमंत्री ग्रामीण संपर्क योजना-4 लागू

ग्रामीण विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव एवं राष्ट्रीय ग्रामीण सड़क एवं बुनियादी ढांचा विकास एजेंसी के निदेशक अमित शुक्ला ने बताया कि विश्व के हिसाब से देश की आबादी एक प्रतिशत है, जबकि 6 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं होती हैं. इनमें बड़ी संख्या में जान-माल का नुकसान होता है. नतीजतन सड़क सुरक्षा को हमेशा अपनाना चाहिए. उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने हाल ही में प्रधानमंत्री ग्रामीण संपर्क योजना-4 को लागू किया है. इसके तहत जिन गांवों में संपर्क के लिए सड़क नहीं है, वहां सड़कों को निर्माण किया जाएगा.

इनके अलावा पीडब्ल्यूडी इंजीनियर इन चीफ राजीव यादव ने भी प्रदेश की सड़कों बारे विस्तार से जानकारी दी. इवनिंग सत्र में भारत के 3डी कंपनी के रेगुलेटरी अफेयर मैनेजर ट्रेनर स्वतंत्र कुमार, एक्ससीआरआरआई ट्रेनर सतेन्द्र कुमार और जयपुर से ट्रेनर अश्वनी बग्गा ने सड़क सुरक्षा संबंधी विस्तृत जानकारी दी.

यह पदाधिकारी भी रहे मौजूद

कार्यक्रम में पीडब्ल्यूडी इंजीनियर इन चीफ अनिल दहिया, एचएसआरडीसी के प्रबन्ध निदेशक वीरेन्द्र मलिक, चीफ इंजीनियर योगेश मोहन मेहरा और अरूण जग्गा, चीफ इंजीनियर नेशनल हाईवे हनुमत सांगवान, एडवाइजर एसपी सिरोहा, चीफ इंजीनियर बिल्डिंग एवं मैकेनिक राजेश आहूजा, एसई चंडीगढ़ संदीप गोयल, एक्सईएन जगविन्द्र रंगा, एसडीओ सुमित, जेई जतिन एवं अमन समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

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