जींद: हरियाणा में अवैध तरीके से अमेरिका भेजने के नाम पर ठगी करने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला जींद जिले के सदर थाना सफीदों का है, जहां अमेरिका भेजने के नाम पर पांच लोगों के खिलाफ 50 लाख की धोखाधड़ी के लिए इमीग्रेशन एक्ट समेत विभिन्न भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. पीड़ित 23 फरवरी को वापस भारत लौटा है.
अमेरिका में एंट्री के लिए 50 लाख खर्च: गांव साहनपुर निवासी सुमित ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका संपर्क वर्ष 2024 में गांव कुराना पानीपत निवासी जितेंद्र और उसके साथियों से हुआ था, जो लोगों को विदेश भेजने का काम करते हैं. सुमित ने कहा जितेंद्र और उनके साथियों ने मुझे भी अमेरिका भेजने का भरोसा दिलाया. इसके लिए 50 लाख रुपये में बात तय हुई.
एम्स्टर्डम के रास्ते जा रहा था अमेरिका: इसके बाद 2 अक्टूबर 2024 को घर से दिल्ली के रास्ते एम्स्टर्डम देश पहुंचा. एक रात वहीं ठहरने के बाद वह पोर्ट ऑफ स्पेन पहुंचा. जहां से एजेंट के कहने पर वह बस और टैक्सी से कोलंबिया पहुंचा. फिर वह ब्राजील, पेरू, ग्यालिनिया, थापालुच्चा पहुंचा. वहां पहुंचने पर पूरा पेमेंट आरोपियों को कर दिया गया. इसके बाद 20 दिनों तक मुझे मेक्सिको में रखा गया. मेक्सिको से फ्लाइट से कैलिफोर्निया भेजा गया. कैलिफोर्निया से टैक्सी द्वारा केजवाना पहुंचा, जहां अमेरिका और मेक्सिको का बॉर्डर पड़ता है.
8 फरवरी को अमेरिकी पहुंचते ही गिरफ्तार: पीड़ित सुमित ने बताया कि आठ फरवरी 2025 को अमेरिका की दीवार क्रॉस करवा दिया गया. वहां पहुंचते ही अमेरिकी बॉर्डर पुलिस ने मुझे पकड़ लिया. अमेरिकी बॉर्डर पुलिस के द्वारा उसे सेंड कांगो चौकी कैलिफोर्निया ले जाया गया. फिर 14 फरवरी को पनामा डिपोर्ट कर भेजा गया. उसने बताया कि एक सप्ताह होटल में नजरबंद रखा गया. फिर उसे तुर्की भेज दिया जहां से 23 फरवरी को भारत भेज दिया गया.
जांच में जुटी सफीदों पुलिस: सदर थाना सफीदों प्रभारी दिनेश ने बताया पुलिस ने सुमित की शिकायत पर गांव कुराना निवासी जितेंद्र, मनप्रीत, पानीपत निवासी गुरमीत कौर, गांव काकौदा निवासी अनिल और सुनील, गांव सिवाहा निवासी प्रवीण दत्ता के खिलाफ धोखाधड़ी, इमीग्रेशन एक्ट समेत विभिन्न भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज किया है. मामले की जांच की जा रही है.