हरिद्वार/चमोली/गैरसैंण: उत्तराखंड में जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए वन महकमा धरातल पर उतरा हुआ है. चमोली में प्रमुख वन संरक्षक ने मोर्चा संभाल लिया है. आज उन्होंने पिंडर घाटी का भ्रमण किया. इधर, हरिद्वार से वन विभाग के कर्मचारियों का एक दल पहाड़ के लिए रवाना हो गया है. रवानगी से पहले हरिद्वार के डीएफओ वैभव सिंह ने सभी कर्मचारियों को ब्रीफ किया. साथ ही उन्हें फायर उपकरण भी सौंपे.
हरिद्वार डीएफओ वैभव सिंह ने बताया कि वन कर्मियों की 7 टीमों को पौड़ी और टिहरी जिले के जंगलों में तैनात किया जाएगा. हरिद्वार में अभी तक एक भी वनाग्नि का मामला सामने नहीं आया है. भविष्य में आग लगने की सूचना मिलती है तो आग बुझाने के लिए उन्होंने पर्याप्त इंतजाम किए हुए हैं. बता दें कि 7 सदस्यीय टीमों में एक टीम महिला वन कर्मियों की भी शामिल है, जो जंगलों की आग बुझाने में साहसिक भूमिका निभाएंगी.
हरिद्वार के जंगलों पर ड्रोन से रखी जाएगी निगरानी:हरिद्वार डीएफओ वैभव सिंह ने बताया कि संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन के माध्यम निगरानी रखी जा रही है. अब तक हरिद्वार में कोई भी वनाग्नि की घटना देखने को नहीं मिली है. जिला प्रशासन से 10 पीआरडी जवान भी मिल गए हैं. जिन्हें संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात कर दिया गया है.
अग्निशमन विभाग का लिया जाएगा सहारा:डीएफओ वैभव कुमार ने बताया कि यदि जरूरत पड़ी तो वन विभाग हरिद्वार में अग्निशमन विभाग का भी सहारा लेगा. जिसे लेकर हरिद्वार के मुख्य अग्निशमन अधिकारी से लगातार वार्ता चल रही है. जहां तक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंच सकेगी, वहां तक आग लगने की स्थिति में उनका इस्तेमाल किया जाएगा.