देवघर: सावन और भादो महीने में देवघर का महत्व बढ़ जाता है. क्योंकि इस समय देश भर से श्रद्धालु बाबा धाम में भगवान शिव का जलाभिषेक करने पहुंचते हैं. देश भर से पहुंच रहे श्रद्धालुओं की वजह से जिले में लोगों की अत्यधिक भीड़ देखने को मिलती है. लोगों की भीड़ की वजह से पूरे शहर में खाने का व्यापार भी चरम पर होता है. सभी होटलों में ग्राहकों की भीड़ होती है क्योंकि जो श्रद्धालु पूजा करने पहुंचते हैं वो सभी पूजा करने के बाद सभी होटल में खाना खाने जाते हैं.
लेकिन देवघर के कई होटल संचालक ग्राहकों की भीड़ को देखते हुए भोजन की गुणवत्ता को नजरंदाज करते हैं. कई बार ग्राहकों को ऐसा भोजन परोसते हैं जो खाद्य सुरक्षा अधिनियम की मानक पर नहीं उतरता है. जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी के द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट के अनुसार यह साफ स्पष्ट होता है कि जिला में कई ऐसे होटल चल रहे हैं, जो ग्राहकों को खराब भोजन परोस रहे हैं.
जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी संजय कुमार बताते हैं कि सावन के महीने में हजारों सैंपल कलेक्ट किए गए. इन सभी सैंपलों को रांची स्थित खाद्य सुरक्षा प्रयोगशाला केंद्र में भेज दिया गया है. रांची से आई रिपोर्ट के अनुसार कई होटल संचालकों पर अर्थ दंड लगाया गया तो कइयों को नोटिस भेज कर कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया गया है. राज्य में सिर्फ एक प्रयोगशाला होने के कारण जांच रिपोर्ट आने में देर लगती हैं. लेकिन जब भी जांच रिपोर्ट आता है तो उसके आधार पर होटल संचालकों पर कार्रवाई की जाती है.
जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि सावन के बाद भादो मेला में भी देवघर में श्रद्धालुओं की मिलीजुली भीड़ रहती है. भादो में हो रही भीड़ का भी कई होटल नाजायज फायदा उठाते हैं. कई होटल संचालक खराब भोजन लोगों को परोस रहे हैं. जिसको लेकर जिले के खाद्य सुरक्षा विभाग लगातार जांच कर रहा है. हाल फिलहाल में ही लगभग दर्जन भर वैसे होटल संचालकों पर कार्रवाई की गई है जो लोगों के स्वास्थ्य के साथ सीधा खिलवाड़ कर रहे हैं. जांच के दौरान जिनके होटल का खाना थोड़े बहुत खराब पाए जाते हैं उन्हें अर्थ दंड देकर चेतावनी दी गई है. लेकिन जिन होटल संचालकों के द्वारा बासी और गंदे तेल का खाना परोसा जा रहा था उनके ऊपर खाद्य सुरक्षा अधिनियम का केस दर्ज कर उन्हें कोर्ट में जवाब देने का नोटिस दिया गया है.