भोपाल : भोपाल एम्स में 23 जनवरी को पहला सफल हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया. तब से मरीज दिनेश मालवीय एम्स अस्पताल में हैं. सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम्स अस्पताल पहुंचकर दिनेश का हालचाल जाना. साथ ही उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. बता दें कि दिनेश को सोमवार से जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है. अब उनकी सेहत में सुधार है.
आर्गन डोनेशन के लिए खोला जाएगा संस्थान
सीएम डॉ.यादव ने सोमवार को एम्स अस्पताल पहुंच कर हार्ट ट्रांसप्लांट करने वाले डॉक्टरों और मरीज से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा "प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में अंग प्रत्यारोपण के लिए संसाधन जुटाए जाएंगे. प्रत्यारोपण के लिए एक राज्य स्तरीय संस्थान की स्थापना भी की जाएगी. अंग प्रत्यारोपण और देहदान को लेकर गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा. इससे मेडिकल स्टूडेंट्स को सीखने की सुविधा मिल सकेगी. साथ ही उनकी नींव मजबूत होगी." सीएम ने कहा "देहदान करने वाले व्यक्ति की अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ की जाएगी."
एम्स भोपाल में मरीजों से मुलाकात करते मुख्यमंत्री मोहन यादव (ETV BHARAT) हार्ट सिकुड़ गया था, 20 प्रतिशत कर रहा था काम
बता दें कि मरीज दिनेश करीब दो साल से बीमार थे. उनका हृदय सिकुड़ रहा था और वह मात्र 20 प्रतिशत काम करने तक की स्थिति तक पहुंच गया था. उन्हें 22 जनवरी को एम्स में एडमिट किया गया था. 23 जनवरी को उनका हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया. सीएम ने एम्स की सर्जरी टीम बधाई देते हुए कहा "सरकार की कोशिश है कि प्रदेश में इस तरह की चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ावा दिया जाए. बीमारी में समय बहुत कीमती होता है, ऐसे में दूरदराज के इलाकों से मरीजों का आवागमन मुश्किल होता है. इसीलिए प्रदेश सरकार ने यहां के बाशिंदों की सुविधा के लिए एयर एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराई है."
एम्स भोपाल में पहला हार्ट ट्रांसप्लांट, मुख्यमंत्री ने दी बधाई (ETV BHARAT) देहदान करने वालों के परिवार को मिलेगी आयुष्मान की सुविधा
एम्स भोपाल में सीएम मोहन यादव ने कहा "प्रदेश सरकार अंगदान को बढ़ावा देने के कई प्रयास कर रही है. जो लोग देहान करेंगे, उनके परिवार के लोगों का आयुष्मान कार्ड भी बनाया जाएगा. अंगदान करने वाले का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ तो होगा ही, इसके साथ ही अंगदान करने वाले व्यक्तियों के परिवारों को राष्ट्रीय पर्वों पर सम्मानित किया जाएगा. प्रदेश के सभी मेडीकल कॉलेजों में अंगदान व अंग प्रत्यारोपण की सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी."