लखनऊ: वर्ष 2018 से 2024 तक लखनऊ में अवैध निर्माण की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं में 15 लोगों की जान जा चुकी है. 2018 जून में चारबाग में हुए होटल अग्निकांड में सात लोगों की जान गई. इसके बाद में विगत वर्ष लेवाना होटल अग्निकांड में 4 लोगों की जान गई. जिसके बाद बादशाहनगर में कांप्लेक्स अग्निकांड में भी एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.
छह साल में 15 जिंदा जलकर मरे, लखनऊ के होटलों में क्यों हो रहे एक के बाद एक अग्निकांड? - fires in Lucknow hotels - FIRES IN LUCKNOW HOTELS
लखनऊ के होटलों में एक के बाद एक अग्निकांड हो रहे है. यह अग्निकांड थमने का नाम ही नहीं ले रहे है. साल भर में 15 लोगों की जलकर मौत हो चुकी है. लेकिन, किसी भी होटल के अधिकारी पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Jul 10, 2024, 11:58 AM IST
इन 15 मौतों के लिए जिम्मेदार किसी भी अधिकारी को अब तक जेल नहीं जाना पड़ा है. जेल जाना तो दूर की बात, निलंबन से ज्यादा कड़ी कार्रवाई तक नहीं हुई. दूसरी ओर एलडीए का इलाका हो या आवास विकास का क्षेत्र. चारों ओर धड़ल्ले से अवैध निर्माण जारी हैं. अनजान लोग अवैध निर्माण करके बनाई गई इमारतों में बस रहे हैं. ऐसे कॉन्प्लेक्सों में लोग दुकानें खरीद रहे हैं. जिससे वे दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे हैं. यही अवैध निर्माण ही होटल में अग्निकांड की सबसे बड़ी वजह है. जिसको लेकर आवास विकास परिषद तक के अधिकारी निष्कलंक पाए जाते हैं.
होटल राज में लगी भीषण आग: हुसैनगंज में सोमवार की देर रात पांच मंजिला होटल राज में आग लग गई. इससे हड़कंप मच गया. आग के दौरान होटल में रुके 40 लोगों को रेस्क्यू कर बचा लिया गया. तीसरी और चौथी मंजिल में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया. हजरतगंज समेत कई फायर स्टेशन से दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और आग बुझाने में जुट गए. काफी देर की मशक्कत के बाद दमकल कर्मी आग बुझाने में सफल रहे. दमकल विभाग के मुताबिक होटल के अग्निशमन यंत्र खराब पड़े हैं. इसकी जांच की जा रही है.
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2021 में विराट इंटरनेशनल होटल में 7 लोगों की मौत: नाका चारबाग के जिस विराट इंटरनेशनल होटल में आग लगने की घटना में 7 लोगों की मौत हुई थी. वर्ष 2021 के बाद उस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बाद बुलडोजर चलाकर ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई थी. लखनऊ विकास प्राधिकरण की संयुक्त सचिव और विहित प्राधिकारी ऋतु सुहास ने नाका चारबाग के अवैध होटल को ध्वस्त करने के लिए 12 जनवरी 2021 की तारीख निर्धारित की थी. वहीं, दूसरी तरफ भले ही अभी इस अवैध होटल को बनाने और कई वर्षों तक अवैध रूप से संचालित होने में संरक्षण देने वाले जिम्मेदार अभियंता और अधिकारियों पर कुछ खास सख्त कार्रवाई नहीं हुई है.
जून 2018 में हुई थी सात लोगों की मौत:19 जून 2018 को नाका चारबाग के होटल विराट में आग लगने के कारण 7 लोगों की मौत हो गई थी. बावजूद इसके लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारी लगातार इस पूरे मामले में लीपापोती करते रहे और जिम्मेदार अभियंताओं और अधिकारियों को बचाने का काम करते रहे. तत्कालीन अपर पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण और एलडीए उपाध्यक्ष रहे प्रभु नारायण सिंह ने अभियंताओं के खिलाफ रिपोर्ट शासन को भेजी थी. लेकिन, इसको लेकर कोई एक्शन कोई नहीं हुआ. इसके बाद 2023 में हजरतगंज के लेवाना सुइट्स होटल में आग लगने से चार मेहमानों की मौत हो गई थी. अब होटल राज में 40 लोगों की जान बचाई गई है. यहां भी स्पष्ट तौर पर पांच मंजिल का अवैध निर्माण किया गया है. जिसकी वजह से अग्निकांड हुआ है. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया, कि इस मामले में होटल की जांच करके अवैध निर्माण संबंधित सख्त कार्रवाई की जाएगी. संबंधित जिम्मेदार अभियंताओं के खिलाफ एक्शन भी लिया जाएगा.
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