बक्सर:दानापुर-डीडीयू रेलखंड के डुमरांव रेलवे स्टेशन पर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब 22972 पटना-बांद्रा सुपरफास्ट एक्सप्रेस की जनरल बोगी के निचले हिस्से में अचानक आग लग गई. आनन-फानन में फायरब्रिगेड कर्मियों को सूचना दी गई और ट्रेन को डुमरांव रेलवे स्टेशन पर रोका गया. जहां सभी यात्रिओं को सुरक्षित बाहर निकालने के साथ ही 13 सदस्यीय फायरब्रिगेड कर्मियों की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया.
रात 1 बजे दिखी ट्रेन में आग की लपटें:जानकारी के अनुसार पटना बांद्रा अप सुपरफास्ट ट्रेन बक्सर जिले के टुड़ीगंज रेलवे स्टेशन से रात्रि 1 बजकर 2 मिनट पर गुजर रही थी. इसी दौरान स्टेशन पर मौजूद रेलवे के कर्मचारियों ने ट्रेन की जनरल बोगी के निचले हिस्से से आग की लपटें निकलते देखकर रेलवे कंट्रोल रूम को सूचित करने के साथ ही फायरब्रिगेड कर्मियों को सूचना दी, जिससे हड़कंप मच गया. 6 मिनट बाद ट्रेन को अगले रेलवे स्टेशन डुमरांव में खड़ा किया गया. जहां दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया.
3 घंटे बाद ट्रेन हुई रवाना: घटना की जानकारी देते हुए फायर ब्रिगेड अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि ट्रेन की एलएचबी कोच में पहिया और एक्सल के बीच आग लगी थी. जिसे बुझाने के लिए पानी का इस्तेमाल करने से रेलवे के अधिकारियों ने मना कर दिया. जिससे कि चक्का और कूलेंट जाम न हो, जिसके बाद फायरब्रिगेड कर्मियों ने एक्सटयून्सर सिलेंडर का इस्तेमाल कर पहले बाहर से और चक्के के अंदर जाकर आग पर काबू पाया. ट्रेन के जिस बोगी में आग लगी थी, उसे यहीं काटकर अन्य ट्रेन को तीन घंटे बाद ट्रेन को आगे रवाना किया गया.
"रात के एक बजे टुड़ीगंज रेलवे स्टेशन से जब ट्रेन गुजर रही थी, तभी स्टेशन पर मौजूद रेलवे कर्मचारियों ने ट्रेन की जनरल बोगी के निचले हिस्से से आग की लपटें निकलते देखा और रेलवे कंट्रोल रूम को सूचित किया. जिसके बाद डुमरांव रेलवे स्टेशन पर ट्रेक को रोका. फायरब्रिगेड कर्मियों ने एक्सटयून्सर सिलेंडर का इस्तेमाल कर पहले बाहर से और चक्के के अंदर जाकर आग पर काबू पाया. तीन घंटे बाद ट्रेन को रवाना किया गया."- विनोद कुमार, फायर ब्रिगेड अधिकारी
कुछ समय पहले भी हुआ था हादसा:गौरतलब है कि दो साल पहले बक्सर-पटना रेलखण्ड के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन पर भीषण ट्रेन हादसा हुआ था. जहां कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी. ठीक उसी रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन की बोगी से निकलती आग की लपटों को देखकर लोगों को वह भयावह मंजर याद आ गया. यही कारण था कि यात्रियों के चेहरे पर वह खौफ साफ दिखाई दे रही थी. सभी यात्रियों को सुरक्षित आगे रवाना किया गया.