पटना: अक्सर आपने देखा होगा कि ट्रैफिक सिग्नल पर रेड लाइट होते ही गाड़ियां रुक जाती है और ग्रीन सिग्नल होने पर आगे बढ़ने लगती है. इसी कड़ी में पटना के कोतवाली थाना के टी पॉइंट पर ट्रैफिक सिग्नल में एक एंबुलेंस फस गया. वह काफी देर से हॉर्न बजा रहा था, तभी महिला सिपाही सुधा कुमारी दौड़ती हुई गई और ट्रैफिक सिग्नल को मैन्युअल किया. जिसके बाद जाम से एंबुलेंस को निकाला गया. महिला सिपाही की यह पहल देख, वहां खड़े लोगों ने उन्हें खूब शाबाशी दी.
दौड़ी आई महिला सिपाही: ट्रैफिक पुलिस की महिला सिपाही सुधा कुमारी ने बताया कि हर रोज की तरह वो सिग्नल देख रही थी. उसी समय उनके कानों में एंबुलेंस की आवाज सुनाई दी. वो ट्रैफिक सिग्नल की और दौड़ती आईं और सबसे पहले सिग्नल को मैन्युअल किया. जिसके बाद एंबुलेंस को सबसे पहले निकाला गया. महिला सिपाही ने कहा कि कोई वीवीआईपी मोमेंट होता है तो यातायात पुलिस के द्वारा ट्रैफिक को नियंत्रित कर इन सभी आवश्यक गाड़ियों को जल्द निकलने का काम किया जाता है.
पटना में महिला ट्रैफिक सिपाही की पहल (ETV Bharat) "मेरे कानों में एंबुलेंस की आवाज सुनाई दी तभी मैं ट्रैफिक सिग्नल की तरफ दौड़ी और सबसे पहले ट्रैफिक सिग्नल को मैन्युअल किया. जिसके बाद एंबुलेंस को सबसे पहले निकलवाया. ये हम लोगों का कर्तव्य है और ट्रेनिंग के दौरान हम लोगों को यह बताया भी जाता है कि ट्रैफिक सिग्नल पर अगर अग्निशमन की गाड़ी या एम्बुलेंस फस जाए तो उसे सबसे पहले रास्ता देना होता है."-सुधा कुमारी, महिला सिपाही
कैमरे की मदद से कटता है चलान: बता दें कि राजधानी पटना में अमूमन काफी भीड़ देखने को मिलती है और ट्रैफिक सिग्नल पर भी काफी वाहनों की कतार लगी होती है. सभी चौक चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस यातायात को नियंत्रित करने के लिए तैनात रहती है. वहीं राजधानी पटना में सभी चौक चौराहे पर आईसीसीसी के माध्यम से कैमरे भी लगाए गए हैं, जिससे ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने वालों और यातायात नियम के उल्लंघन करने वालों का ऑनलाइन चालान काटा जाता है.
ट्रैफिक सिपाही की एक सराहनीय पहल (ETV Bharat) सिग्नल को मैन्युअल दिया जाता है रास्ता: ट्रैफिक सिग्नल पर मौजूद सब इंस्पेक्टर राजकुमार भारती ने बताया कि ट्रैफिक नियम का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ लागातर करवाई की जा रही है. साथ ही अति आवश्यक वाहनों को जल्द से जल्द सिग्नल से निकलने का भी काम किया जा रहा है. वहीं उन्होंने बताया कि एंबुलेंस और अग्निशमन की गाड़ी के साथ-साथ कोई भी अति आवश्यक गाड़ियों को निकाले के लिए सिग्नल को मैन्युअल कर जल्दी से रास्ता दिया जाता है.
"महिला ट्रैफिक सिपाही का एक सराहनीय पहल देखने को मिला है. एक एंबुलेंस फस गई थी, जिसके बाद महिला सिपाही ने एंबुलेंस की आवाज सुनते ही दौड़कर ट्रैफिक सिग्नल को मैन्युअल किया, फिर काफी मशक्कत के बाद एंबुलेंस को वहां से रवाना किया गया."-राज कुमार भारती, सब इंस्पेक्टर
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