सिरसा: किसान कड़ाके की ठंड में लघु सचिवालय के बाहर धरने पर बैठे हैं. किसानों का आरोप है कि कई ऐसी घोषणाएं हैं, जो मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूरी नहीं की है. जिसके विरोध में वो प्रदर्शन करने को मजबूर हैं. किसानों के मुताबिक मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कई खरीफ चैनलों को बनाने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक सिरसा जिले में इन खरीफ चैनलों का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है.
इस मांग को लेकर सिरसा जिले के 15 गांव के किसान लघु सचिवालय के सामने धरने पर बैठे हैं. किसानों का कहना है कि उनके गांव में वाटर लेवल बहुत गहरा है. 500 फीट पानी गहरा है, जो कि पीने योग्य नहीं है. किसानों ने कहा कि इस बारे में 2009 में सरकार से वार्तालाप हुई थी, लेकिन 2014 में आकर वही समस्या फिर इन किसानों को झेलनी पड़ रही है. किसानों का कहना है कि इस तरह सरकार हमें पानी देने से इनकार कर रही है.
किसानों ने कहा कि डेढ़ महीने पहले भी प्रशासन के साथ किसानों की बैठक हुई थी, लेकिन उसमें कोई हल नहीं निकला और अब मजबूरन किसानों को सिरसा के लघु सचिवालय में धरने पर बैठना पड़ा है. किसान नेता ने कहा कि हमारे साथी लगातार सरकार से संपर्क बनाए हुए थे, लेकिन सरकार ने उनकी को बात नहीं सुनी. सरकार की तरफ से किसानों को बार-बार मिट्ठी गोलियां दी गई. जिसके बाद 15 गांव के लोगों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला. उन्होंने कहा किसानों का ये अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन तब तक चालू रहेगा जबतक सरकार उनकी बात नहीं मान लेती.
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