कोडरमा: जिला के झुमरी तिलैया में पानी टंकी से सटे निजी क्लीनिक में लापरवाही का मामला सामने आया है. 19 अगस्त से इस क्लीनिक में भर्ती एक नवजात बच्ची की बुधवार देर रात मौत के बाद परिजन आक्रोशित हैं. परिजनों का आरोप है कि यहां भर्ती किए जाने के बाद बच्ची पूरी तरह से नॉर्मल थी और मां का दूध भी पी रही थी. बच्ची की नार्मल स्थिति को देखते हुए परिजनों ने उसे घर ले जाने का आग्रह भी किया लेकिन अस्पताल प्रबंधन के द्वारा उसे कुछ और समय अस्पताल में भर्ती रखने का निर्देश दिया गया
बता दें कि 19 अगस्त को झुमरी तिलैया के ही एक अन्य क्लीनिक में नॉर्मल डिलीवरी से बच्ची का जन्म हुआ था. जन्म के बाद बच्ची को चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर से दिखाने की सलाह दी गई थी, इसके बाद बच्ची के पिता चिगलावर निवासी विकास यादव उक्त क्लीनिक में डॉ. विकास चंद्रा के पास उसे दिखाने पहुंचे. इस दौरान डॉक्टर विकास चंद्रा ने बच्ची को अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी. दो दिनों तक बच्ची को इसी अस्पताल के चाइल्ड केयर यूनिट में रखा गया. इस दौरान बच्ची को लगातार ऑक्सीजन भी दी जी रही थी.
परिजनों का आरोप है कि बुधवार रात 2:30 बजे जब उन्हें अपनी बच्ची के जीवित नहीं होने की सूचना मिली तो चाइल्ड केयर यूनिट में न तो कोई नर्स थी और न ही कोई डॉक्टर. परिजनों ने आरोप लगाया की डॉक्टर की लापरवाही से उनकी बच्ची की मौत हुई है और इसके लिए डॉक्टर का लाइसेंस रद्द किया जाना चाहिए.