पटना :पटना से रेल पुलिस ने एक ऐसे शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी रेल पुलिस बनकर ट्रेन में यात्रियों से लूटपाट करता था. यही नहीं चलती ट्रेन से यात्रियों को फेंक देता था. रेल पुलिस दिखने के लिए वो हर पैंतरा अपनाता था जिससे किसी को भनक ना लगे. रेल पुलिस ने मामले की गंभीरता से लेते हुए एक विशेष टीम बनाकर आरोपी रोहित तिवारी को पटना के गांधी मैदान से गिरफ्तार कर लिया है.
''गिरफ्तार रोहित तिवारी पहले गुजरात में सिक्योरिटी गार्ड का काम करता था. इसे पुलिस की नौकरी करने का भी काफी शौक था. जिस कारण यह अपना वेशभूषा पुलिस जैसा रखता था. कमर में इस तरह मोबाइल रखता था जिससे पिस्टल लगे. बरामद मोबाइल में आरपीएफ का लोगो लगाकर अपने को आप को पुलिस दिखाने की कोशिश करता था. बिहार पुलिस लिखा हुआ एक पर्स भी बरामद किया गया है.''- अमृतेन्दु शेखर ठाकुर, रेल एसपी, पटना
पुलिस के शौक ने हवालात पहुंचा दिया :गिरफ्तार अपराधी रोहित तिवारी मूल रूप से शाहपुर जिला भोजपुर का रहने वाला है. इसके पास से पुलिस ने तीन मोबाइल, एक आईफोन और ₹1500 नकद की बरामदगी की है. उससे लगातार पूछताछ की जा रही है कि वह इससे पहले कितने लोगों को निशाना बना चुका है.
रुपये ठगे और फेंक दिया : दरसअल, मालदा टाउन-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन पर दो व्यक्ति चढ़े. आरा के पास बिहिया पहुंचते ही एक अज्ञात व्यक्ति रेल पुलिस बनकर चढ़ा. टिकट चेकिंग के नाम पर एक शख्स से 5 हजार रुपया ठगा, दूसरे से 8 हजार रुपया upi के जरिये ट्रांसफर कराया. इसके बाद दोनों को चलती ट्रेन से फेंक दिया. दोनों घायल व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी और पूरे मामले का उद्भेदन हुआ.
फुल प्लानिंग के साथ ट्रेन में करता था एंट्री :यह नीचे खाकी रंग का पेंट और ऊपर ब्लैक शर्ट और ब्लैक कलर का पुलिस वाला जूता पहनकर ट्रेन में प्रवेश करता था. यात्रियों से टिकट की मांग करता था, फिर उन्हें कहता था कि यह स्पेशल ट्रेन है. कैसे बैठ गया? जिसके बाद साइड में ले जाकर यात्री के साथ मारपीट करता था, फिर पैसा ठग लिया करता था. इसके बाद यात्री को चलती ट्रेन से धक्के देकर गिरा दिया करता था.