पटना : बीपीएससी 70वीं के बापू परीक्षा परिसर की पुनर्परीक्षा शनिवार को पटना के 22 परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई. परीक्षा देखकर निकलते हुए परीक्षार्थियों ने कहा कि 13 दिसंबर को जो परीक्षा में प्रश्न पूछा गया था उससे भी आसान प्रश्न आज की परीक्षा में पूछा गया था. कई अभ्यर्थी दोबारा से सभी परीक्षा केंद्र का री एग्जाम कंडक्ट कराने के पक्ष में नहीं दिखे, तो कई अभ्यर्थियों ने कहा कि वह इस पर कुछ नहीं कह सकते हैं.
पूछे गए थे ऐसे सवाल : बीपीएससी 70वीं कि आज की प्रीलिम्स परीक्षा में प्रश्न जो पूछे गए थे वह किस लेवल के थे इसका अंदाजा कुछ प्रश्नों से लगाया जा सकता है. प्रश्न यह था कि बिहार के 'किस जिले में लीची की पैदावार सर्वाधिक होती है. मुजफ्फरपुर, सारण, सिवान, वैशाली जैसे जिला ऑप्शन में थे'. प्रश्न यह भी था की 'मौर्य साम्राज्य के संस्थापक कौन थे'. '1946 के अंतरिम सरकार में डॉ राजेंद्र प्रसाद के पास कौन सा विभाग था'. 'कौन सी नदी 'बिहार की शोक' कही जाती है'. प्रश्न पत्र में बिहार से संबंधित प्रश्नों की संख्या अधिक थी.
प्रश्न था आसान : बांकीपुर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के परीक्षा केंद्र से परीक्षा देकर निकलते परीक्षार्थी सुमित कुमार ने बताया कि प्रश्न पत्र पिछले बार से आसान था. प्रश्न को हल करने में कहीं कोई दिक्कत नहीं हुई और परीक्षा केंद्र में भी पिछली बार की तरह कोई परेशानी नहीं हुई. समय पर प्रश्न मिला और उन लोगों ने आराम से उसे सॉल्व किया. परीक्षार्थी संतोष कुमार ने कहा कि प्रश्न काफी आसान था और उनकी परीक्षा अच्छी गई है. इस बार परीक्षा के लिए तैयारी नहीं हो पाई क्योंकि कन्फ्यूजन की स्थिति थी की परीक्षा होगी या पूरी परीक्षा कैंसिल होगी. लेकिन फिर भी पेपर अच्छा गया है.
''पिछली बार की तरह ही प्रश्न पत्र था और प्रश्न पत्र आसान था. परीक्षा अच्छी गई है. री एग्जामिनेशन पर हम कुछ नहीं कह सकते हैं, अभ्यर्थियों के हित में जो हो वह होना चाहिए. इस बार हमें तैयारी के लिए थोड़ा अतिरिक्त समय भी मिल गया.''- आनंद कुमार, बीपीएससी परीक्षार्थी
पूर्व के परीक्षार्थियों से होगा अन्याय : परीक्षार्थी पवन कुमार ने कहा कि इस बार का प्रश्न पिछले बार की तुलना में बहुत आसान था. 13 दिसंबर को उन्होंने बापू परीक्षा परिसर में परीक्षा दिया था. लेकिन पिछली बार से आसान प्रश्न भी रहा और उन्हें परीक्षा के तैयारी के लिए अतिरिक्त समय भी मिला क्योंकि वह आंदोलन में नहीं थे. उन्होंने कहा कि आयोग का रहा है नॉर्मलाइजेशन नहीं लागू होगा तो चिंता इसी बात का है कि रिजल्ट किस आधार पर आएगा. अगर स्केलिंग होता है तो पहले जो 3 लाख से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा दिए हैं उनके साथ थोड़ा अन्याय होगा क्योंकि इस बार प्रश्न पिछले बार से बहुत आसान था.
री एग्जामिनेशन पर नो कमेंट : छात्रा पल्लवी ने कहा कि परीक्षा के लिए तैयारी का अतिरिक्त समय भी उन्हें मिला और प्रश्न पत्र भी आसान रहा. इस बार उनकी परीक्षा काफी अच्छी गई है. पिछले बार भी परीक्षा दिया था लेकिन लेट से प्रश्न मिला था तो चाहती थी कि उनका री एग्जामिनेशन हो. इस बार परीक्षा केंद्र पर कोई दिक्कत नहीं हुई है. सभी परीक्षा केंद्र की परीक्षा रद्द कर दोबारा आयोजित कराने के सवाल पर कहा नो कमेंट.
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