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बीपीएससी 70वीं का फर्जी नोटिस सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल, BPSC का बयान- 'अभ्यर्थी न दें ध्यान' - BPSC 70TH EXAM

70वीं बीपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा 13 दिसंबर को आयोजित हो रही है, लेकिन इस संबंध में एक फर्जी लेटर ने आयोग-अभ्यर्थियों की टेंशन बढ़ा दी है-

फर्जी है सोशल मीडिया का नोटिस-BPSC
फर्जी है सोशल मीडिया का नोटिस-BPSC (Etv Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Dec 9, 2024, 4:25 PM IST

पटना: बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं सिविल सर्विसेज प्रतियोगिताकी प्रीलिम्स परीक्षा आगामी 13 दिसंबर को होने जा रही है. लेकिन इस संबंध में सोशल मीडिया पर एक पत्र वायरल हो रहा है कि '6 दिसंबर को जारी एडमिट कार्ड को अमान्य घोषित किया जा रहा है. परीक्षा का प्रवेश पत्र दोबारा से जारी किया जाएगा'. बीपीएससी ने इस पत्र का खंडन किया है.

फर्जी है सोशल मीडिया का नोटिस : बीपीएससी ने आज सोमवार को प्रेस नोट जारी कर बताया है कि 13 दिसंबर को आयोजित होने वाली एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के प्रवेश-पत्र के संबंध में विभिन्न सोशल मिडिया प्लेटफार्म एक फर्जी आवश्यक सूचना परिचालित हो रही है. जिसमें बताया जा रहा है कि "दिनांक 06.12.2024 से प्रवेश पत्र जारी किया गया था, जिसे तत्काल प्रभाव से अमान्य घोषित किया जाता है. एवम् परीक्षा का प्रवेश-पत्र पुनः जारी किया जायेगा. अभ्यर्थियों के कुछ मांगों को आयोग द्वारा स्वीकार करने की भी बात की गयी है."

फर्जी नोटिस जारी करने वाले आजीवन होंगे प्रतिबंधित: बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा है कि इस सम्बन्ध में आयोग उक्त परीक्षा से संबंधित अभ्यर्थियों को सूचित करता है कि परिचालित फर्जी आवश्यक सूचना आयोग स्तर से प्रकाशित नहीं की गयी है. इसके साथ ही इसमें उल्लेखित सभी तथ्य बिल्कुल निराधार हैं. इस तरह की सूचना प्रकाशित/परिचालित करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध आयोग की ओर से प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. इसके साथ ही ऐसे व्यक्तियों की पहचान कर आयोग द्वारा संचालित परीक्षाओं से आजीवन प्रतिबंधित करने की कार्रवाई भी की जा रही है.

आधिकारिक वेबसाइट की सूचना को ही मानें: बीपीएससी के सचिव सत्य प्रकाश शर्मा ने कहा है कि आयोग कोई भी सूचना अपने आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से प्रकाशित करता है. इसके बावजूद भी अभ्यर्थी किसी भी फर्जी सूचना को आयोग के वेबसाइट पर जांच किये बिना सही मान लेते हैं और दिग्भ्रमित हो जाते हैं. भविष्य में किसी भी परिचालित सूचना की सत्यता के संबंध में अभ्यर्थी सर्वप्रथम आयोग के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जांच करना सुनिश्चित करें.

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