देहरादून: सचिवालय में लिपिक पद पर एक नियुक्ति पत्र वायरल होने से हड़कंप मच गया. बाद में नियुक्ति पत्र फर्जी पाए जाने पर सोशल मीडिया पर वायरल फर्जी नियुक्ति पत्र के संबंध में सुरक्षाधिकारी विधानसभा सचिवालय द्वारा तहरीर दी गई. सुरक्षाधिकारी विधानसभा सचिवालय की तहरीर के आधार पर थाना नेहरू कॉलोनी में मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.
08 अप्रैल को प्रदीप कुमार, सुरक्षाधिकारी सचिवालय ने शिकायत दर्ज कराई कि सोशल मीडिया व्हाट्सएप पर देवेंद्र सिंह नेगी निवासी ऋषिकेश को वेतनमान 5,200-20,200 ग्रेड पे पर लिपिक पद पर नियुक्ति के लिए उपसचिव कविंद्र सिंह द्वारा हस्ताक्षर किया गया एक फर्जी नियुक्ति पत्र प्रसारित किया जा रहा है. जबकि विधानसभा सचिवालय उत्तराखंड में कविंद्र सिंह नाम से कोई भी व्यक्ति उप सचिव पद पर कार्यरत नहीं है. यह आदेश पत्र जाली और नकली है. सुरक्षाधिकारी विधानसभा सचिवालय की तहरीर के आधार पर कविंद्र सिंह और देवेंद्र सिंह नेगी के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में थाना नेहरू कॉलोनी में मुकदमा दर्ज किया गया है.
थाना नेहरू कॉलोनी प्रभारी मोहन सिंह ने बताया है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस नियुक्ति पत्र व्हाट्सएप पर ही प्रसारित हो रहा है. जिस अधिकारी के नाम से नियुक्ति पत्र जारी किया गया है, वह सचिवालय में नहीं है. जिस व्यक्ति के नाम पर नियुक्ति पत्र में जारी किया गया है, उसका सत्यापन किया जा रहा है.
उत्तराखंड में इस तरह की धोखाधड़ी और फ्रॉड का ये कोई पहला मामला नहीं है. इसी साल फरवरी में देहरादून में कोतवाली नगर पुलिस ने सरकारी विभागों की फर्जी आईडी बनाकर लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र देने के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया था. ये व्यक्ति विभिन्न सरकारी विभागों की फर्जी आईडी बनाकर लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर पैसों की ठगी किया करता था. तब उस आरोपी के पास से देहरादून राज्य संपत्ति विभाग का फर्जी आई कार्ड और संजय कुमार के नाम से आरोपी का असली आधार कार्ड समेत कई आपत्तिजनक सामान बरामद हुए थे.
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