लखनऊ:लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना के बसंतकुंज से चारबाग प्रोजेक्ट को लेकर यूरोपीय यूनियन बैंक 5000 करोड़ रुपये की मदद करेगी. एक प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर से यह लोन राज्य सरकार को दिया जाएगा. यूरोपीय यूनियन बैंक ने इस संबंध में शासन के अधिकारियों के से वार्ता कर ली है. लोन मिलने के बाद अगले सात महीने में लखनऊ मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का दूसरा चरण पर काम शुरू हो सकता है. इस परियोजना से पुराने लखनऊ की लगभग 20 लाख लोगों की आबादी को सुविधा मिलेगी.
लखनऊ मेट्रो के प्रस्तावित ईस्ट वेस्ट कोरिडोर (चारबाग से वसंतकुंज) के डीपीआर की मंजूरी की एक बाधा खत्म हो गई है. पिछले करीब सात साल से इस कॉरिडोर पर काम शुरू ही नहीं हो पाया, क्योंकि डीपीआर को मंजूरी ही नहीं मिली. अब कुछ कदम आगे बढ़े हैं तो आने वाले दिनों में इस कॉरिडोर पर मेट्रो का काम शुरू होने की संभावना जाग गई है.
केंद्र सरकार 40 फीसदी देगी बजटःइस रूट पर मेट्रो के संचालन से शहर की बड़ी आबादी को बड़ी राहत मिलेगी. इस परियोजना को बीती 9 जुलाई को दिल्ली में हुई नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (एनपीजी) की मंजूरी मिल गई थी. राज्य सरकार की तरफ से इस परियोजना को इसी साल मार्च माह में अनुमोदन मिल चुका था. अपर सचिव, औद्योगिक नीति संवर्धन विभाग वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की अध्यक्षता में दिल्ली स्थित वाणिज्य भवन मे एनपीजी की बैठक हुई थी. इसके बाद में अभी इस परियोजना को यूरोपीय यूनियन बैंक से ऋण संबंधित हरी झंडी भी मिल चुकी है. लगभग 5000 करोड़ रुपए का ऋण यूरोपीय यूनियन बैंक लखनऊ मेट्रो को देगा. इस लोन की वापसी 1% सालाना ब्याज के दर से की जाएगी. यह परियोजना का लगभग 60% अंशदान होगा. 40% हिस्सा राज्य और केंद्र सरकार मिलकर देगी. कुल मिलाकर इस परियोजना पर आप काम शुरू होने में कोई खास विलंब नहीं रह गया है.