लखमीपुर खीरीःदुधवा टाइगर रिजर्व बाघों और एकसिंघी गैंडों के लिए तो मशहूर है ही साथ ही अपनी जैव विविधता के लिए भी जाना जाता है. अब प्रकृति संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ (IUCN) ने जिस रेयर आर्किड को हाल ही में विलुप्तप्राय श्रेणी में दर्ज किया था. वह दुर्लभ आर्किड दुधवा टाइगर रिजर्व में मिला है. इसके पहले 2017 में ये ऑर्किड बांग्लादेश में पाया गया था. दुधवा के उपनिदेशक रंगाराजू टी. ने जमीन में पाए जाने वाले 'युलोफ़िया ओबटुसा' नाम का ऑर्किड की तस्वीर अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया है. इसके साथ लिखा है कि 'युलोफ़िया ओबटुसा' मानसून सीजन में खिलता है.ये ग्राउंड ऑर्किड विश्व में सिर्फ 30-40 ही बचे हैं. जिसमें एक दुधवा टाइगर में भी है. 'युलोफ़िया ऑर्किड' को हाल ही में आईयूसीएन ने विलुप्तप्राय श्रेणी की रेड लिस्ट में रखा है.
बता दें कि दुधवा टाइगर रिजर्व में 2020 में पहली बार युलोफ़िया को रिपोर्ट किया गया था. तब से इसको दुधवा में संरक्षित किया जा रहा है. युलोफ़िया के बीजों को भी संरक्षित किया जा रहा है. युलोिया मानसून में जुलाई अगस्त में दिखाई देता है. युलोफ़िया ओबटुसा ग्रासलैंड में पैदा होने वाला ग्राउंड ऑर्किड है, जो घास के बीच में ही होता है. एशिया में बांग्लादेश और नेपाल में इस ऑर्किड की प्रजाति रिकॉर्डेड है. 2017 में बांग्लादेश में बोटेनिस्ट एमडी शरीफ हुसैन सौरव ने 2017 में युलोफ़िया को बांग्लादेश में रिपोर्ट किया है.