बांका:'साहब दो साल से हमें वेतन नहीं मिला. मेरा परिवार संकट में है. मेरा बच्चा स्कूल नहीं जा पा रहा है',ऐसा कहना शंभूगंज प्रखंड विद्युत विभाग में काम करने वाला कर्मी का. दरअसल, कनीय सारणी मुत्रा राजा को पिछले दो वर्षों से ड्यूटी करने के बावजूद वेतन नहीं मिला. विभाग के पदाधिकारी के द्वारा तरह-तरह से प्रताड़ित किए जा रहे हैं.
बांका में कफन के साथ धरना: मुत्रा राजा औरंगाबाद जिले के निवासी है. उसने बताया कि इसके पूर्व जब वह बांका था तो कई परेशानी नहीं थी. उसे कार्य करने के बाद नियमित रूप से वेतन भी मिल जाता था. 2022 से शंभूगंज विद्युत विभाग कार्यालय में आकर योगदान देकर अपना ड्यूटी पूरी जिम्मेदारी के साथ कर रहा है. इसके बावजूद तीन साल से वेतन नहीं मिल रहा. हैरानी की बात है कि उपस्थिति तक नहीं बनाने दिया जाता है.
डीएम से कर चुका है शिकायत: बताया का इस मामले को लेकर न्याय के लिए बांका डीएम अंशुल कुमार से गुहार लगा चुके हैं. फिर भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पायी. वेतन मांगने जाते हैं तो कनीय अभियंता गाली गलौज करते हैं. साल 2023 में भी ड्यूटी करते हुए 9 महीने का वेतन नहीं मिला था. ड्यूटी में रहते हुए मुझे काम से वंचित रखा जाता है. कहा जाता है बाहर बैठो.
बच्चे नहीं जा पा रहे स्कूल: बताया कि उसे तीन लड़का है, सभी स्कूल से वंचित है. एक साल से स्कूल नहीं जा रहा है. दो वर्षों से वेतन नहीं मिलने के कारण उनकी पत्नी रिंकी देवी और पूरा परिवार भूखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं. वह जिस मकान में भाड़े पर रह रहे हैं, अब तो वह भी उन्हें मकान खाली करने पर तुले हुए हैं. बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. जिसके कारण धरना व आमरण अनशन पर बैठ गए हैं.