पटना: मनी लांड्रिंग केस में दिल्ली के रिजॉर्ट से गिरफ्तार हुए पूर्व राजद विधायक गुलाब यादव को आज ED की टीम पटना लायी है. पटना एयरपोर्ट पर गुलाब यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वो पूरी तरह से निर्दोष हैं. राजनीतिक कारण से उन्हें फंसाया गया है. आपको बता दें कि कल ही गुलाब यादव की गिरफ्तारी दिल्ली से हुई थी.
भेजा जाएगा बेऊर जेल : गुलाब यादव के साथ-साथ आईएएस अधिकारी संजीव हंस को भी ईडी ने मनी लांड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया है. इस मामले में कुल 13 अभियुक्त हैं, जिसमें से संजीव हंस और गुलाब यादव की गिरफ्तारी हो गई है. गुलाब यादव को ED की टीम आज लेकर पटना पहुंची है. वहां से सीधे ईडी के कार्यालय लेकर जाएगी. आज ही मेडिकल करवाने के बाद उन्हें बेऊर जेल भेजा जाएगा.
गुलाब यादव को पटना लाई ईडी (ETV Bharat) खुद को बताया निर्दोष : फिलहाल गुलाब यादव जब पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे तो उन्होंने साफ-साफ कहा है कि वह निर्दोष हैं. उन्हें राजनीतिक कारणों से फंसाया गया है. आगे सब कुछ सामने आएगा तो सच्चाई खुद ब खुद सामने आ जाएगी.
''राजनीतिक कारणों से फंसाया गया है मैं निर्दोष हूं. जनता चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब देने का काम करेगी जो हमें राजनीतिक कारण से फंसाया है.''- गुलाब यादव, आरोपी, पूर्व विधायक
बार बार कहते रहे 'मैं निर्दोष हूं' : गुलाब यादव से जब सवाल किया गया कि कौन है जो आपको फंसाया है तो उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया, सिर्फ इतना ही कहा कि राजनीतिक कारण से ही हमें ऐसे मामले में फंसाया गया है. हम निर्दोष हैं.
गुलाब के पास करोड़ों की संपत्ति:ईडी सूत्रों से जो पता चला है उसके आधार पर अब तक हुई कार्रवाई में पूर्व विधायक गुलाब यादव के पास करोड़ों रुपए की बेनामी संपत्ति का पता चला है. गुलाब यादव के बैंक अकाउंट में 4 करोड़ से अधिक रुपए की जानकारी भी लगी थी. इन रुपयों को संसदीय चुनाव में खर्च करने की बात सामने आ रही है. उसपर भी जांच चल रही है. बीएसपी के सिंबल पर झंझारपुर लोकसभा चुनाव लड़े थे लेकिन जीत नहीं पाए. इस मामले की भी जांच जारी है.
महिला के साथ उत्पीड़न का दोनों पर आरोप:आपको बताएं कि आईएएस संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव पर लखनऊ में एक महिला एडवोकेट ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया हुआ है. पीड़िता ने गुलाब और संजीव के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कराया है. महिला के बैंक अकाउंट में 90 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए हैं. उसने बताया कि 20 लाख रुपये की गाड़ी भी केस वापस करने के लिए उन लोगों द्वारा दी गई थी.
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