बस्तर: छत्तीसगढ़ के बस्तर में रविवार को ईसाई समाज के लोगों ने धूमधाम से पुनरुत्थान दिवस मनाया. गुड फ्राइडे के तीसरे दिन मृतकों में से जी उठे प्रभु यीशु मसीह की आराधना की. मसीह समाज के लोग रविवार सुबह 5 बजे कब्रिस्तान पहुंचे. अपने पूर्वजों के कब्र पर फूल-माला अर्पित करके मोमबत्ती को जलाया. इसके बाद चर्च जाकर प्रभु यीशु मसीह की स्तुति की. इस दौरान गीत, संगीत, नृत्य और ड्रामा का भी आयोजन अलग-अलग जगहों पर किया.
गुड फ्राइडे के तीसरे दिन मनाया जाता है:इस बारे में ईटीवी भारत ने मसीह समाज के सदस्य संतोष मरकाम से बातचीत की. उन्होंने बताया कि, " पुनरुत्थान पर्व काफी महत्वपूर्ण होता है. गुड फ्राइडे के दिन प्रभु यीशु मसीह को मारा गया था. उन्हें क्रूस पर चढ़ाया गया था. इसके बाद तीसरे दिन वो वापस जिंदा हो जाते हैं. इसी दिन को पुनरुत्थान का दिन कहा जाता है. इस दिन को हम पर्व की तरह सेलिब्रेट करते हैं. बाइबिल में ऐसा बताया गया है कि न्याय के दिन जितने भी लोगों ने प्रभु यीशु मसीह को ग्रहण किया है. वे दोबारा जीवित होंगे. मसीह समाज के लोग हर साल पूर्वजों के कब्र पर आकर फूल-माला अर्पित करते हैं."