रांची:हजारीबाग से सूचना मिलने के बाद एक्टिव हुई रांची के औषधि नियंत्रक विभाग की टीम ने शनिवार को रांची के रातू थाना क्षेत्र के टिलटांड़ गोविंद नगर में बिना लाइसेंस के होमियोपैथी दवा कंपनी का पर्दाफाश किया है. टीम ने मौके से भारी मात्रा में दवा भी बरामद किया है. छापेमारी टीम में ड्रग इंस्पेक्टर प्रतिभा झा, मो. नसीम, पुतली बिलोंग, आलोक कुमार, अमित कुमार शामिल थे.
करीब 41 कार्टून निर्मित दवा और अन्य सामान जब्त
औषधि नियंत्रण विभाग की पूरी कार्रवाई को लेकर झारखंड के संयुक्त औषधि नियंत्रक सुजीत कुमार ने ईटीवी भारत को फोन पर बताया कि विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि एक दवा कंपनी बिना लाइसेंस के दवा बना रही है और बाजार में बेच रही है. इस सूचना के आधार पर पहले रेकी की गई और फिर कई ड्रग इंस्पेक्टर की टीम बनाकर शनिवार को छापेमारी की. इस दौरान करीब 41 कार्टन निर्मित दवा, दवा बनाने में इस्तेमाल होनेवाला खाली बोतल, लेवल्स, कैप्स और दवाओं को सील करने वाली मशीन जब्त की गई है.
ड्रग्स एंड कास्मेटिक एक्ट की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज
औषधि निदेशालय में संयुक्त निदेशक सुजीत कुमार ने बताया कि पूरे मामले में ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट की विभिन्न धाराओं में कार्रवाई की जा रही है. वहीं दवाओं की गुणवत्ता जांचने के लिए आठ सैंपल दवा लेकर उसे लैब भेजा जा रहा है.उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में सक्षम न्यायालय में कंप्लेन केस किया जाएगा. बिना लाइसेंस के दवा निर्माण का दोष सिद्ध होने पर कम से कम पांच साल के सजा का प्रावधान है.
2021 में ही समाप्त हो गया था लाइसेंस