आगरा: उप्र सरकार ने तीन लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में जेल गए आगरा के संयुक्त शिक्षा निदेशक आरपी शर्मा को निलंबित कर दिया है. एक शिक्षक की शिकायत पर विजिलेंस की टीम ने जेडी डॉ. आरपी शर्मा को रंगे हाथ रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार किया था. इस बारे में शासन की ओर से निलंबन का आदेश जारी किया गया है. इसके साथ ही शासन ने विजिलेंस की कार्रवाई को लेकर उठे सवाल की जांच करने के भी आदेश दिए हैं.
सहायक अध्यापक अजय पाल सिंह ने विजिलेंस में शिकायत की थी कि, उसकी फर्जी नियुक्ति की शिकायत की जांच में मेरे पक्ष में रिपोर्ट लगाने के लिए 10 लाख की रिश्वत मांगी थी. जिसमें पहली किस्त में तीन लाख रुपए मांगे थे. डीआईओएस ने शिक्षक को क्लीनचिट दे दी थी. लेकिन, जेडी आरपी शर्मा रिपोर्ट नहीं लगा रहे थे. 17 अगस्त को विजिलेंस ने तीन लाख रुपये की रिश्वत के साथ जेडी आरपी शर्मा को गिरफ्तारी किया था.
इसके बाद 18 अगस्त को विजिलेंस ने जेडी को मेरठ के कोर्ट में पेश किया. जहां से कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया. तभी से जेडी आरपी शर्मा जेल में हैं. जेडी के रिश्वत में दबोचे जाने पर शिक्षक संगठनों ने सवाल उठाए. आगरा में शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया. मामला आगरा से लखनऊ तक पहुंचा. जिस पर विजिलेंस की कार्रवाई पर उठे सवाल की जांच के लिए एक कमेटी बनाई है. शासन ने जांच के लिए शिक्षा निदेशक माध्यमिक महेन्द्र देव को जांच अधिकारी नामित किया है.