रायपुर: दीपों के त्योहार को लेकर लोगों की खरीदारी जारी है. रायपुर के सभी चौक चौराहों पर पूजन सामाग्री और फल फूल दी दुकानें सजी हैं. सुबह से ही ग्राहकों की भारी भीड़ दुकान पर है. पूजा के लिए अपनी जरुरत के हिसाब से खरीददारी कर रहे हैं. दुकानदारों का कहना है कि महंगाई का असर दुकानदारी पर पड़ रहा है. कीमतें ज्यादा होने के चलते लोग मोल भाव और हिसाब से खरीदारी कर रहे हैं. कई दुकानदारों का तो कहना है कि महंगाई के चलते ग्राहकी इस बार कम है.
त्योहार पर महंगाई का असर: फलों की दुकान लगाने वाले दुकानदार विक्की का कहना है कि दीपावली का पर्व होने के कारण बाजार में रौनक देखने को मिल रहा है. लोग पूजन सामग्री के साथ ही फल-फूल, केला पत्ता और आम पत्ता जैसी चीजों की खरीदारी कर रहे हैं. बिक्री ठीक ठाक चल रही है लेकिन महंगाई का भी असर बाजार पर जरुर दिखाई दे रहा है. त्योहार के चलते फलों के दाम चढ़े हुए हैं. कीमतें बढ़ने के बाद भी लोग खरीदारी करने आ रहे हैं.
दिवाली के बाजार पर महंगाई का असर (ETV Bharat)
आर्टिफिशिलय फूलों के दाम आसमान पर: फूलों की दुकान चलाने वाले युवराज तिवारी कहते हैं कि फूलों के दाम भी पहले की तुलना में बढ़ गए हैं. लोग ओरिजनल फूल के साथ ही आर्टिफिशियल और फैंसी फूलों की खरीदी भी कर रहे हैं. चाहे वह ओरिजिनल फूल हों या आर्टिफिशियल फूल दाम चढ़े हुए हैं. दाम बढ़े होने के चलते ग्राहकी भी थोड़ी कम हो गई है. आर्टिफिशियल और फैंसी फूलों में गुलाब, गेंदा और फूलों से बनी माला की भी डिमांड बाजार में है. ग्राहकी नहीं होने के कारण दुकानदार परेशान हैं.
बाजार में ग्राहकी पर पड़ा असर: पूजन सामग्री बेचने वाले दुकानदार आनंद धीवर ने बताया कि दीपावली त्योहार को देखते हुए लोग पूजन सामग्री के साथ भगवान को बिठाने के लिए आसन के कपड़े, नारियल, सुपारी, हल्दी, दीया, बत्ती, लाई, बताशा जैसी चीज खरीद रहे हैं. उसके साथ ही मिट्टी के बने ग्वालिन और लक्ष्मी जी की मूर्ति भी खरीद रहे हैं. कुछ चीजों के दाम बढ़ने की वजह से पहले जैसी ग्राहकी बाजार में नहीं दिखाई दे रही है.
दिपावली को लेकर हिंदू मान्यता:हिन्दू धर्म में दीपावली का त्योहार एक प्रमुख पर्व है. पूरे देश में इस पर्व को बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है. दीपावली के दिन घरों पर रोशनी की जाती है. सूर्यास्त के बाद यानी प्रदोष काल में धन की देवी माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर देवता की पूजा होती है. ऐसी मान्यता है कि कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की अमावस्या की रात को मां लक्ष्मी पृथ्वी लोक में भ्रमण के लिए आती हैं. जिन घरों में साफ सफाई, पूजा पाठ और मंत्रोच्चार होता है, वहां पर निवास करने लगती हैं. इसलिए दीपावली की शाम महालक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व होता है.