नौकरी में फर्जी शैक्षिक प्रमाण लगाने वाले बर्खास्त शिक्षक को जेल. (Video Credit-Etv Bharat) फतेहपुर: बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शैक्षिक प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी हासिल करने वाले बर्खास्त शिक्षक को एक साल बाद पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. आरोपी शिक्षक केस दर्ज होने के बाद फरार हो गया है. कोर्ट में हाजिर न होने पर गिरफ्तारी वारंट जारी किया था.
जानकारी के अनुसार ललौली थाना क्षेत्र के बहुआ कस्बा स्थित राजनगर मोहल्ले निवासी साकेत तिवारी (34) को खुरमानगर के पास से गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि साकेत तिवारी ने बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेज लगाकर सहायक अध्यापक के पद पर 15 सितंबर 2010 को नियुक्ति पा ली थी. एक शिकायत की जांच के बाद तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुमार कुशवाहा के आदेश पर एक फरवरी 2023 को शिक्षक साकेत तिवारी की सेवा समाप्त कर दी गई थी.
बर्खास्त होने के बाद तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी असोथर दीप्ति रिछारिया ने 12 सितंबर 2023 को जनपद के ललौली थाने में साकेत के खिलाफ जालसाजी, कूटरचना, धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था. आरोपी के हाजिर न होने पर कोर्ट ने वारंट जारी किया था. पुलिस ने आरोपी को जेल भेजा है. आरोपी शिक्षक के ऊपर 60 लाख से अधिक राजस्व की रिकवरी का नोटिस भी जारी किया गया है.
ललौली थाना प्रभारी तारकेश्वर राय ने बताया कि थाने में साकेत के खिलाफ जालसाजी, कूटरचना, धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था. आरोपी के हाजिर न होने पर कोर्ट ने वारंट जारी किया था. बेसिक शिक्षा अधिकारी पंकज यादव ने बताया कि शिक्षक के शैक्षिक प्रमाण पत्र कूटरचित पाए गए थे और 1 फरवरी 2023 में शिक्षक की सेवा समाप्त कर दी गई थी. इस मामले में शिक्षक को अब जेल भेजा गया है. अब शिक्षक सेवा के दौरान प्राप्त वेतन 60 लाख रुपये की रिकवरी कराई जाएगी.
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