बालोद :बालोद शहर के लोग इन दिनों गंदे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. एक दो दिन नहीं बल्कि तीन दिनों से यहां पर गंदे पानी की सप्लाई हो रही है. पिछले 1 महीने से नलों से मटमैला पानी आ रहा है.जिसके कारण बालोद शहरवासी परेशान हैं.वहीं जब इस बारे में निगम के जिम्मेदारों से सवाल किया गया तो उन्होंने गंदा पानी का कारण बारिश को बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया.
1 महीने से आ रहा है गंदा पानी (ETV Bharat Chhattisgarh) पूरे शहर में पोस्टर अभियान :बालोद के युवाओं ने पूरे शहर के प्रमुख चौक चौराहों, गली मोहल्ले में पोस्टर लगाए हैं. युवाओं की माने तो नगर पालिका की उदासीनता को लोगों के बीच लाने का प्रयास किया है. बालोद शहर के युवा अभिन्न यादव के मुताबिक शहरवासी कुछ दिनों से गंदा पानी पीने को मजबूर हैं.
युवाओं ने चलाया पोस्टर अभियान (ETV Bharat Chhattisgarh) ''नगर पालिका प्रशासन किसी प्रकार का ध्यान नहीं दे रही है. इसलिए हमने पूरे शहर में पोस्टर अभियान की शुरुआत की है. गंदे पानी की तस्वीर के साथ पालिका को जगाने के लिए पूरे शहर में पोस्टर लगाए हैं.यदि समस्या का निराकरण जल्द ही नहीं होता है तो आने वाले दिनों में आंदोलन होगा.''अभिन्न यादव, रहवासी
''हमारे शहर में गंदे पानी की सप्लाई लंबे समय से हो रहा है. पालिका यहां पर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है.इसका हम विरोध करते हैं. हमने प्रदर्शन भी किया है.आगे प्रदर्शन उग्र होगा. शहर के सभी वार्ड के लोगों के साथ हम नगर पालिका का घेराव करेंगे.'' आशुतोष कौशिक, रहवासी
वहीं पूरे मामले पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी सौरभ शर्मा का कहना है कि पानी गंदा आने का मुख्य कारण बारिश है.
बालोद शहरवासी गंदे पानी से परेशान (ETV Bharat Chhattisgarh) ''बारिश होने की वजह से डैम का पानी गंदा हो गया है. इसके कारण फिल्टर प्लांट उसे साफ नहीं कर पा रहा है.हम पानी को साफ करने के लिए पर्याप्त मात्रा में केमिकल का इस्तेमाल कर रहे हैं.लेकिन एलम ज्यादा नहीं डाला जा सकता,इससे लोगों का स्वास्थ्य खराब होगा.एक दो दिन में परेशानी को हल कर लिया जाएगा.''- सौरभ शर्मा, सीएमओ
आपको बता दें कि बीते 30 दिनों से भी ज्यादा समय बीत चुका है.लेकिन गंदे पानी की समस्या का समाधान नहीं हो सका है.इसे पूरे मामले को लेकर युवाओं ने प्रदर्शन किया है.युवाओं ने आरोप लगाए हैं कि निगम के उदासीन रवैये के कारण ही गंदे पानी की समस्या का समाधान नहीं हो सका है.