बालोद: बीजापुर नक्सल एनकाउंटर में हमारे वीर जवानों ने एक साथ 31 नक्सलियों का खात्मा किया. माओवादियों को मौत की नींद सुलाने के क्रम में छत्तीसगढ़ के दो जवान शहीद हो गए. बलौदाबाजार भाटापारा के जवान नरेश ध्रुव और बालोद के वासित रावटे ने इस मुठभेड़ में अपनी प्राणों की आहूति दी है. बालोद से बलौदाबाजार तक और रायपुर से बीजापुर तक मातम पसर गया है.
फागुनदाह का लाल वासित रावटे शहीद: बीजापुर नक्सल एनकाउंटर में बालोद के फागुनदाह गांव के जवान वासित रावटे ने शहादत दी है. जैसे ही जवान वासित रावटे की शहादत की खबर मिली. बालोद जिले में और फागुनदाह गांव में मातम पसर गया. जवान वासित रावटे के घर पर परिजनों का आना शुरू हो गया. सभी परिजन जुटने लगे. वासित रावटे अपने पीछे दो बेटियों, पत्नी और मां पिता को छोड़ गए हैं.
शहादत की खबर सुनते ही गम में डूबे परिजन: शहीद वासित रावटे के भाई उत्तम कुमार ने बताया कि शाम को जब पहली खबर आई तो उनके अधिकारियों ने बताया कि भाई को गोली लगी है. उस दौरान मैं बाहर गांव जा रहा था फिर थोड़ी देर बाद फिर से फोन आया तो बताए कि मेरा भाई शहीद हो गया है. जिसके बाद मैं गांव पहुंचकर सभी अपने परिजनों को एकत्र कर इसकी जानकारी दी. गांव में सभी दुखी हैं, मेरा भाई एकदम सीधा सादा था.
![Balod and Balodabazar jawans](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/09-02-2025/cg-bld-03-shaheed-avb-cg10028_09022025202431_0902f_1739112871_892.jpg)
वासित के दोस्तों और गांव वाले जुटे: शहीद वासित रावटे के घर में मातम पसरा है. परिजनों और दोस्तों की रात बेचैनी में कट रही है. सभी वासित के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहे हैं. वासित के दोस्त ने बताया कि हम साथ स्कूल जाते थे साथ खेलते और पढ़ते थे, हम किसान बन गए और वो जवान बन गया. आज जो खबर मिली उससे हम स्तब्ध हैं उसने जल्दी आने का वादा किया था, हमने नहीं सोचा था कि हमारा भाई तिरंगे में लिपट कर आएगा.
सीएम साय ने जताया दुख: दोनों जवानों की शहादत पर सीएम साय ने दुख जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक संदेश जारी कर दोनों जवानों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है.