धनबाद: शहर के हीरापुर पार्क मार्केट जहां अमूमन हर दिन हजारों लोग बाजार में खरीदारी करने के लिए पहुंचते हैं. पार्क मार्केट के बीच जर्जर दो मंजिला भवन हादसे को दस्तक दे रहा है. भवन की स्थिति को देखते हुए अनुमान लगाया जा सकता है कि बारिश के इस मौसम में कभी भी धराशायी का शिकार हो सकता है. देवघर में पिछले दिनों ही एक तीन मंजिला इमारत ढह गई थी. इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई. जबकि चार लोग घायल हो गए थे.
संवाददाता नरेंद्र कुमार निषाद की रिपोर्ट (ETV BHARAT) इस जर्जर भवन के नीचे पांच दुकानें संचालित हैं. हालांकि दुकान अंदर से ठीक ठाक नजर आता है. लेकिन इसके ठीक ऊपर जर्जर भवन का हिस्सा मौत के रूप में नजर आता है. बाजार होने के कारण अक्सर दिन हो या शाम लोगों की भीड़ लगी रहती है. जर्जर भवन पीछे से धीरे-धीरे ध्वस्त होते जा रहा है. भवन के अंदर छत टूटी पड़ी हुई है. भवन के सामने का मुख्य हिस्सा बाजार है, जो पूरी तरह से जर्जर है. यह कब गिर जाए कहना मुश्किल है. जर्जर भवन को खाली कर इसके मालिक जा चुके हैं.
हीरापुर पार्क मार्केट (ईटीवी भारत) जर्जर भवन के मालिक का कहना है कि धनबाद डीसी माधवी मिश्रा और एसडीएम उदय रजक को ध्वस्त कराने के लिए आवेदन दिया गया है. लेकिन अब तक इस दिशा में पहल नहीं की गई है. यहां कभी भी हादसा हो सकता है, जिसका जिम्मेदार जिला प्रशासन होगा. इस मामले में भवन के मालिक ने जिला प्रशासन से अविलंब कार्रवाई की मांग की है. वहीं, जर्जर भवन में संचालित दुकान के दुकानदार जयंतो प्रमाणिक ने कहा कि दुकान में जानमाल का कोई खतरा नहीं है. इसकी जांच के लिए सीओ को आवेदन दिया गया है. दुकान की रिपेयरिंग खुद से कराते हैं. मकान मालिक के द्वारा कभी भी रिपेयरिंग नहीं की गई. उन्होंने कहा कि इसे जबरदस्ती डैमेज किया जा रहा है. अगर कोई हादसा होता है तो इसके लिए मकान मालिक जिम्मेदार होंगे. वहीं, एसडीएम उदय रजक ने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में आया है. अंचलाधिकारी से जांच के बाद कानूनी तौर पर कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें:खूंटी में एक ही दिन में हुए दो सड़क हादसे, किसान समेत तीन लोगों की मौत
ये भी पढ़ें:मानव तस्करी: चाइल्ड लाइन और आरपीएफ का ऑपरेशन, यूपी-एमपी के 6 नाबालिगों सहित 10 लोगों को बचाया गया