फर्रुखाबाद : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरी दुनिया के रामभक्तों में खासा उत्साह है. कहीं से विशाल ताला भेजा जा रहा है तो कहीं से कई टन लड्डू पहुंच रहे हैं. महीनों से रामनगरी में खास सामानों को भेजने का क्रम अब भी जारी है. हर रामभक्त इस ऐतिहासिक मौके पर कुछ न कुछ योगदान देना चाहता है. इसी कड़ी में जिला जेल के कैदी में प्रभु श्रीराम की धर्म ध्वजा, रामनामी पटका, रामनामी गमछा, रामनामी गरम शॉल तैयार कर रहे हैं. वे इस पर ब्लॉक प्रिंट कर रहे हैं.
जिले की पहचान ब्लॉक प्रिंटिंग से होती आई है, हालांकि कई समय पहले यह विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गई थी. अब इस कला को फिर से नई पहचान मिलनी शुरू हो गई है. जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंद ने जेल के बंदियों को प्रशिक्षण दिलाकर धर्म ध्वजा, रामनामी पटका, रामनामी गमछा, रामनामी गरम शॉल पर ब्लॉक प्रिंटिग करवा रहे हैं. ओडीओपी के अंतर्गत ब्लॉक प्रिंटिंग से हिंदू-मुस्लिम बंदियों की ओर यह खास काम किया जा रहा है.