धमतरी: धमतरी में शराब दुकान के पूर्व कर्मचारियों ने बीच सड़क परिवार के साथ हल्ला बोल दिया है. नौकरी से निकाले जाने के खिलाफ ये कर्मचारी अपनी मांगों को लामबंद कर रहे हैं और दोबारा नौकरी पर बहाल करने की मांग कर रहे हैं. इन कर्मचारियों पर शराब दुकान में हेरा फेरी के गंभीर आरोप लगे हैं. इन आरोपों को लेकर एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसके बाद सभी कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया. इस केस में जांच की गई उसके बाद आबकारी विभाग ने इन्हें निर्दोष पाया. इसके बावजूद अब तक इन कर्मचारियों की बहाली नहीं हो पाई है. ऐसे में धमतरी आबकारी विभाग पर सवाल उठ रहे हैं
जांच में निर्दोष पाए गए कर्मचारी: इसके बाद इस केस में जांच कमेटी बिठाई गई. इस जांच में सभी कर्मचारी निर्दोष पाए गए. इसलिए कर्मचारियों ने मांग की है कि निर्दोष पाए जाने के बाद भी उनके खिलाफ क्यों कार्रवाई हो रही है. तीन महीने से नौकरी नहीं होने की वजह से परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई है. कर्मचारियों का कहना है कि आरोपमुक्त होने के बाद भी उन्हें सजा क्यों मिल रही है.
दानीटोला के शराब दुकान में कर्मी करते थे काम: ये सभी कर्मचारी धमतरी के दानीटोला के शराब दुकान में काम करते थे. उनका कहना है कि आबकारी विभाग के प्रमुख प्रभाकर शर्मा ने खुद जांच किया है. इस जांच में वह निर्दोष पाए गए हैं. इसलिए लिहाजा उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए. कर्मचारियों के साथ परिवार की महिलाएं और उनके बच्चे भी आंदोलन में शामिल हैं. यशवंत सोनकर, पोखन लाल कंवर, विरेन्द्र बघेल, त्रिभुवन साहू, त्रिदेव धुव्र और मुकेश साहू अपने परिवार के साथ अनशन पर बैठे हैं.