धमतरी: छत्तीसगढ़ में भरी बारिश में युवा नौकरी से निकाले जाने पर अनशन कर रहे हैं. यह पूरा मामला धमतरी का है. शराब दुकान से नौकरी से निकाले जाने पर युवा विरोध जता रहे हैं. 22 जुलाई से 6 युवक परिवार समेत अनशन पर बैठे हैं. इनमें से तीन युवाओं की तबीयत आज बिगड़ गई.डॉक्टर ने जांच के बाद बताया कि दोनों युवक खतरे से बाहर है.
नौकरी से निकालने पर अनशन (ETV Bharat)
धमतरी में आमरण अनशन में बैठे युवाओं की बिगड़ी तबीयत: धमतरी के गांधी मैदान में यह अनशन चल रहा है. आज युवाओं की तबीयत बिगड़ने के बाद 2 युवाओं को एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया है. इन युवाओं पर शराब की बोतल में हेराफेरी का आरोप लगा था. जांच के बाद निर्दोष पाए जाने के बाद भी काम पर वापस नहीं लेने पर युवक प्रदर्शन कर रहे हैं.
जानिए क्या कहते हैं आबकारी अधिकारी:इस बारे में जिला आबकारी अधिकारी प्रभाकर शर्मा ने कहा, "तबीयत बिगड़ने के बाद सभी को जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया था. जहां पर लिखित सहमति बन गई है. पहले इनको ब्लैक लिस्ट से हटाना है, उसके बाद जिले के जिस भी शराब दुकान में कर्मचारी हटेंगे वहां पर प्राथमिकता के आधार पर इन छह कर्मचारियों को लिया जाएगा. जूस पिलाकर इनका अनशन समाप्त करवाया गया."
ब्लैक लिस्ट हटाने और प्राथमिकता के आधार पर नौकरी में रखने के बाद पर सहमति बनी है. इसी आधार पर अनशन समाप्त किया गया है. बुधवार को साथियों की तबीयत बिगड़ गई थी.- यशवंत सोनकर, प्रदर्शनकारी
युवाओं को नौकरी से क्यों निकाला गया: कर्मचारियों पर शराब दुकान में हेरा फेरी के गंभीर आरोप लगे हैं. इन आरोपों को लेकर एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसके बाद सभी कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया. इस केस में जांच की गई उसके बाद आबकारी विभाग ने इन्हें निर्दोष पाया. लेकिन युवाओं की नौकरी बहाल नहीं की गई. जिसके बाद 22 जुलाई से 6 युवक अनशन पर बैठे हैं. अनशन के दौरान गुरुवार को युवकों की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.