धमतरी:धमतरी के सेमरा-सी गांव में मंगलवार की शाम अचानक नौ बच्चे स्कूल से घर लौटे और उल्टी करने लगे. गांव में अफरा तफरी मच गई. बच्चों को तत्काल जिला अस्पताल लाया गया.
स्कूल से घर लौटने के दौरान बच्चों ने खाए रतनजोत के बीज:मंगलवार को ये सभी बच्चे स्कूल से लौटते समय खेलते हुए रतनजोत के फलों को खा गए. इसके बाद रात में इनकी तबियत बिगड़ी. सभी को उल्टियां होने लगी. पूछताछ में बच्चों ने बताया कि उन्होंने रतनजोत के फल खाए थे. सभी बच्चों को रात में ही जिला अस्पताल में भर्ती किया गया.
धमतरी जिला अस्पताल में बच्चे और परिजन (ETV Bharat Chhattisgarh)
घर पहुंचते ही बच्चों को शुरू हुई उल्टियां:परिजन रामकुमार सांडिल्य ने बताया कि मंगलवार को बच्चे स्कूल में दिनभर थे. शाम 4 बजे स्कूल छूटने के बाद शाम 6 बजे बच्चों को उल्टी होना शुरू हो गया. पूछने पर बच्चों ने बताया कि वे रतनजोत के बीज खा लिए है. सरपंच और ग्रामीणों की मदद से आनन फानन में सभी बच्चों को अस्पताल लाया गया. जहां सभी बच्चे अब खतरे से बाहर है.
धमतरी जिला अस्पताल में बच्चों का इलाज (ETV Bharat Chhattisgarh)
धमतरी जिला अस्पताल में बच्चों का इलाज:जिला अस्पताल के डॉक्टर अखिलेश देवांगन ने बताया कि रात में 9 बजे बच्चों को अस्पताल लाया गया था. सभी बच्चे स्टेबल है. टोटल 11 बच्चों को लाया गया था 2 बच्चों ने रतनजोत के बीज नहीं खाये थे. 9 बच्चों ने खाया था इसलिए उन्हें उल्टी हो रहे थे. सभी बच्चे अब ठीक है.जल्द अस्पताल से छुट्टी भी दे दी जाएगी.
रतनजोत बीज क्या है:रतनजोत खेतों के आस-पास उगने वाला एक पौधा है. इससे जो बीज गिरते हैं, वह हुबहू किसी फल की तरह नज़र आते हैं. ऐसे में बच्चे इन्हें फल समझने की भूल कर खा लेते हैं. यह रतनजोत के बीज खाने में भी स्वादिष्ट होते हैं, ऐसे में बच्चे एक के बाद एक खाते ही जाते हैं. रतनजोत का यह पौधा किसी भी सुखे क्षेत्र में उग जाता है. इसे वन-रेड के नाम से भी जाना जाता है. इसका वैज्ञानिक नाम जेट्रोफा करकस है. यह उष्णकटीबंधीय सदाबहार मुलायम काष्ट वाला झाडीनुमा पौधा है.
धमतरी में बीमार बच्चों का अस्पताल में इलाज (ETV Bharat Chhattisgarh)