देहरादूनःमहिलाओं से जुड़े अपराधों को लेकर चिंताजनक आंकड़ों वाले उत्तराखंड में अब पुलिस महकमा नई कार्य योजना तैयार करने जा रहा है. इसके लिए पुलिस विभाग ने पांच सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया है. जो महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर विचार करते हुए एक रूपरेखा तैयार करेगा.
दरअसल, पिछले कुछ सालों में घटी महिला अपराधों से जुडी घटनाओं से उत्तराखंड महिला अपराधों को लेकर बेहद संवेदनशील होने की तरफ बढ़ता दिखाई दिया है. स्थिति यह है कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की 2023 की रिपोर्ट में उत्तराखंड महिला अपराध को लेकर चिंताजनक हालत में दिखा. अंकिता भंडारी जैसे कई मामले थे जो राज्य में समय-समय पर सामने आए और राष्ट्रीय स्तर पर भी उत्तराखंड की छवि महिला सुरक्षा को लेकर खराब हुई.
शायद यही कारण है कि पुलिस विभाग को महिला सुरक्षा की तैयारी को लेकर एक बार फिर होमवर्क करना पड़ रहा है. इसी कड़ी में पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने पांच सदस्यीय कमेटी का गठन करने के निर्देश दिए हैं.
पुलिस उपमहानिरीक्षक पी रेणुका देवी की अध्यक्षता में यह कमेटी महिला अपराध की प्रकृति, अपराध के आंकड़े, संवेदनशील क्षेत्र, महिला अपराध की रिपोर्टिंग, इनकी जांच और न्यायालय में निस्तारण जैसे सभी बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार करेगी. इसके अलावा अपराध पीड़ितों को दी जाने वाली सहायता और पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई समेत जागरूकता के मामले में भी यह कमेटी अध्ययन करते हुए रिपोर्ट तैयार करेगी.
DGP ने गठित की कमेटी (PHOTO-ETV Bharat Graphics) उत्तराखंड में महिला अपराध के मामले जिस तरह सामने आ रहे हैं, उससे पुलिस के सामने भी चुनौतियां बेहद ज्यादा बढ़ गई है. ऐसे मामलों में पुलिस पर भी कई सवाल खड़े होते रहे हैं. जाहिर है कि इन्हीं स्थितियों को देखते हुए पुलिस महानिदेशक ने अब इस पर फिर से होमवर्क करने के लिए नई कार्य योजना बनाने की पहल की है.
ये भी पढ़ेंःउत्तराखंड में घर में भी सुरक्षित नहीं महिलाएं! आयोग में लगा शिकायतों का अंबार, चौंका रहे आंकड़े
ये भी पढ़ेंःउत्तराखंड के तीन चर्चित महिला अपराध की जांच कहां तक पहुंची? एक क्लिक में जानें, पुलिस के किए बड़े खुलासे