देवास। लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 13 मई को मध्य प्रदेश की 8 सीटों पर मतदान हुआ. कुल 29 लोकसभा सीटों वाले इस प्रदेश में पहले, दूसरे और तीसरे चरण में 21 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है. सोमवार 13 मई को इंदौर, देवास, उज्जैन, खंडवा, खरगोन, मंदसौर, रतलाम, धार सीट पर मतदान हुआ. बात करें देवास-शाजापुर लोकसभा सीट की, तो यहां से भाजपा ने इस बार भी सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी पर भरोसा जताया है. वहीं कांग्रेस ने कांग्रेस ने राजेंद्र मालवीय को टिकट दिया है. राजेंद्र इसके पहले इंदौर में सांवेर व तराना सीट पर विधायकी का चुनाव लड़ चुके हैं.
2023 के विधानसभा चुनाव परिणाम
देवास संसदीय क्षेत्र में 8 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. सीहोर जिले से एक, शाजापुर से तीन, देवास से तीन और आगर-मालवा जिले से एक सीट इसमें शामिल है. बात करें 2023 के विधानसभा चुनाव परिणाम की तो आठों सीटों पर भाजपा का कब्जा है. इसमें आष्टा, कालापीपल, सुजालपुर, शाजापुर, आगर, हाटपिपल्या, सोनकच्छ, देवास शामिल हैं.
देवास लोकसभा सीट का इतिहास
कांग्रेस इस सीट पर तीन बार विजयी और 13 बार पराजित हुई है. फूलचंद वर्मा और थावरचंद गहलोत ने चार-चार बार इस सीट से चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बनाया है. देवास संसदीय क्षेत्र का परिसीमन बार-बार बदलता रहा है. एक नए परिसीमन के बाद साल 2009 में यहां चुनाव हुए. जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी सज्जन वर्मा ने बीजेपी नेता थावरचंद गहलोत को हराया था. इसके पहले थावरचंद गहलोत 1996 से लेकर 2004 तक लगातार चार बार (1996, 1998, 1999, 2004) सांसद चुने गए थे. फिर 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी मनोहर उटवाल ने सज्जन वर्मा को भारी मतों से हराया. फिर 2019 के लोकसभा चुनाव में महेंद्र सोलंकी को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया. जिन्होंने देवास लोकसभा में सबसे बड़ी जीत दर्ज की. एक बार फिर साल 2024 में भाजपा ने महेंद्र सिंह सोलंकी को चुनावी मैदान में उतारा है.