पश्चिम चंपारण (बगहा) : सावन की पहली सोमवारी के मौके पर लोग विभिन्न शिवालयों में पूजा अर्चना करने पहुंचे. इसी क्रम में उत्तरप्रदेश के महाराजगंज जिला अंतर्गत निचलौल से 9 श्रद्धालु एक बोलेरो में सवार होकर इंडो नेपाल सीमा पर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के घने जंगल में अवस्थित जटाशंकर और कौलेश्वर शिव मंदिर में जलाभिषेक व पूजा अर्चना करने पहुंचे.
बगहा के बाढ़ में फंसी कार :यहां से सभी श्रद्धालु त्रिवेणी संगम से सटे तमसा नदी किनारे अवस्थित नेपाल चितवन जिला अंतर्गत वाल्मीकि आश्रम का दर्शन भ्रमण करने गए. इसी दौरान वाल्मीकीनगर में तेज बारिश शुरू हो गई. बारिश आने के उपरांत तमसा नदी में अचानक बाढ़ आ गई और पानी का बहाव तेज हो गया. जब श्रद्धालु वाल्मीकि आश्रम से लौटने लगे तो उनकी गाड़ी पानी की तेज धारा में फंस गयी. बताया जा रहा है कि गाड़ी में चालक समेत 9 लोग बैठे थे, जिसमें 5 पुरुष और चार महिलाएं थीं.
घंटों मशक्कत के बाद हुआ रेस्क्यू :गाड़ी नदी की तेज धारा में फंसते ही उसमें बैठे श्रद्धालु चिल्लाने लगे. उनकी चीख पुकार सुन 21 वीं बटालियन के एसएसबी जवान मौके पर पहुंच गए और फिर स्थानीय लोगों की मदद से ट्रैक्टर की सहायता से गाड़ी को खींचकर बाहर निकालने की कोशिश में जुट गए. घंटों मशक्कत के बाद श्रद्धालुओं का रेस्क्यू किया गया. यदि समय रहते भक्तों का रेस्क्यू नहीं हुआ रहता तो तेज बहाव के कारण बोलरो गंडक नदी में चली जाती और एक बड़ा हादसा हो गया रहता.
''नदी में अचानक अत्यधिक मात्रा में आए पानी के तेज बहाव में वाहन व वाहन में बैठे लोग फंस गए. महिलाओं ने चीखना चिल्लाना शुरू कर दिया. जिसे सुनकर निकतवर्ती 21वीं बटालिन के एफ समकाय के जवानों द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए वाहन सहित सभी यात्रियों को सकुशल सुरक्षित नदी से बाहर निकाल लिया गया.''- अश्विनी कुमार, कार्यवाहक कमाडेंट, एसएसबी 21वीं बटालिन