उत्तराखंड

uttarakhand

उत्तराखंड में बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त, केदारनाथ पैदल मार्ग पर श्रद्धालुओं को रोका जा रहा - Kedarnath yatra Uttarakhand

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 13, 2024, 3:30 PM IST

Rudraprayag Latest News, Uttarakhand Latest News, Kedarnath Yatra, Heavy Rain in Uttarakhand केदार घाटी में लगातार हो रही बारिश का असर केदारनाथ यात्रा पर भी पड़ रहा है. बारिश के कारण केदारनाथ के श्रद्धालुओं को बीच रास्ते में रोका जा रहा है. बताया जा रहा है कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर कई जगहों पर पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat (Etv Bharat)

देहरादून: उत्तराखंड में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बारिश के कारण केदारनाथ यात्रा भी प्रभावित हो रही है. बीते दो दिनों से केदार घाटी में झमाझम बारिश हो रही है. बारिश के कारण पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे हैं. इसीलिए केदारनाथ धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को पैदल मार्ग पर जगह-जगह रोका जा रहा है.

दरअसल, बीती 31 जुलाई को केदारघाटी में भारी बारिश के कारण बड़ी आपदा आई थी. इस आपदा में केदारनाथ पैदल मार्ग भी कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया था. वहीं, ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे भी सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच पूरी टूट गया था. जिसे बड़ी मुश्किल से छोटी गाड़ियों की आवाजाही के लायक बनाया गया था. वहीं, पैदल मार्ग पर भी यात्रियों को बड़ी सावधानी से भेजा रहा था, लेकिन बीते दो दिनों से केदार घाटी में हो रही बारिश के कारण फिर से यात्रा प्रभावित हुई है. केदारनाथ पैदल मार्ग कई जगहों पर बाधित हो गया.

बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर सोनप्रयाग के बाद जगह-जगह श्रद्धालुओं को रोका जा रहा है. मार्ग को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है. 31 जुलाई की आपदा के बाद मार्ग कई जगहों पर वॉश आउट हो गया था. इसीलिए कुछ स्थानों पर वैकल्पिक पुल को दोबारा से बनाया गया.

मार्गों को सही करने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. उम्मीद की जा रही है कि बारिश के रुकते ही केदारनाथ यात्रा फिर से पटरी पर आएगी, लेकिन जिस तरह से लगातार बरसात हो रही है, उसके चलते शासन-प्रशासन एहतियात के तौर पर यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोक रहा है. जैसे ही मौसम साफ होगा तो फिर से यात्रियों को आगे भेजा जाएगा.

पढे़ं--

ABOUT THE AUTHOR

...view details