पटना:बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के ऐलान से पहले ही प्रशांत किशोरका कुनबा बिखरने लगा है. एक-एक कर कई बड़े नेता जन सुराज पार्टी से किनारा करने लगे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव और पूर्व सांसद मोनाजिर हसन ने भी अचानक इस्तीफा दे दिया है. दोनों नेताओं ने जन सुराज पार्टी की कोर कमिटी से खुद को अलग कर लिया है.
देवेंद्र यादव का प्रशांत किशोर से मोहभंग!:पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव ने जन सुराज पार्टी की कोर कमिटी से इस्तीफा देने की वजह नहीं बताई है. कार्यवाहक अध्यक्ष मनोज भारती के नाम लिखे अपने त्याग पत्र में उन्होंने लिखा, 'मैं अपरिहार्य कारणों से आपके 125 सदस्यीय राज्य कोर कमिटी से स्वेच्छा से त्याग पत्र देता हूं.'
कौन हैं देवेंद्र प्रसाद यादव?:71 वर्षीय देवेंद्र प्रसाद यादव 1989 से 1998 तक और 1999 से 2009 तक झंझारपुर से सांसद रहे. वे जून 1996 में देवेगौड़ा सरकार में वाणिज्य के अतिरिक्त प्रभार के साथ खाद्य, नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता मामले और सार्वजनिक वितरण के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री थे. वह फुलपरास से बिहार विधानसभा के लिए भी चुने गए थे लेकिन कर्पूरी ठाकुर के लिए इस्तीफा दे दिया, जो बिहार के मुख्यमंत्री बने थे. वह जनता दल के अलावे आरजेडी और जेडीयू में भी रह चुके हैं. उन्होंने अपनी पार्टी भी बनाई थी. इसी साल अगस्त में उन्होंने प्रशांत किशोर की मौजूदगी में जन सुराज पार्टी की सदस्यता ली थी.
मोनाजिर हसन ने क्यों दिया इस्तीफा?:पूर्व सांसद मोनाजिर हसन ने भी स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा है. उन्होंने अपने त्याग पत्र में लिखा,'सूत्रों से ज्ञात हुआ कि जन सुराज ने राज्यस्तर पर 125 अथवा 151 लोगों की कोर कमिटी के गठन किया है. इस सम्मान के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद लेकिन अपरिहार्य कारणों से मैं इस कोर कमिटी में नहीं रहूंगा और हमारा इस्तीफा स्वीकार किया जाए.'हालांकि उन्होंने अभी पार्टी नहीं छोड़ने का फैसला किया है.
कौन हैं मोनाजिर हसन?:67 साल के मोनाजिर हसन 2009 से 2014 तक बेगूसराय लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं. नीतीश कुमार के भरोसेमंद सिपहसालार मोनाजिर हसन नीतीश सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. वह लालू प्रसाद यादव की आरजेडी में भी रह चुके हैं. 22 जुलाई 2024 को वह जन सुराज पार्टी में शामिल हुए थे. उससे पहले वह उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल में थे.