वाराणसी : संभल में एक मंदिर मिलने के बाद अब प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के मदनपुर स्थित मुस्लिम बाहुल्य इलाके में गली के अंदर एक मकान में वर्षों पुराना मंदिर मिला है. जिस मकान में मंदिर मिला है उसमें भी वर्ग विशेष समुदाय के लोग ही रहते हैं. कई वर्षों से मंदिर में ताला बंद होने का दावा किया जा रहा है.
संदेश सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सोमवार देर शाम सनातन रक्षक दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और उन्होंने मंदिर खोलने की मांग की. मामले की जानकारी होने के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और सनातन रक्षक दल के कार्यकर्ताओं को समझा बुझाकर मामले को शांत करवाया. फिलहाल सनातन रक्षक दल से जुड़े अजय शर्मा का कहना है कि इस मामले में वह नगर निगम व अन्य लोगों से इस पूरे मकान के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं. मकान किसका है, कब से बंद है और मकान में कौन लोग रहते हैं और यहां पर मौजूद मंदिर में पूजा पाठ क्यों नहीं हो रही है?
सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा का कहना है कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पेज पर दोपहर में एक पोस्ट के जरिए उन्हें यह जानकारी हुई कि मदनपुरा इलाके में एक मंदिर है जो पिछले कई वर्षों से बंद पड़ा है और उसमें ताला लगा है. उस पोस्ट के जरिए ही मंदिर की जानकारी हुई. मामले की जानकारी होने पर पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और उन्हें समझाने का प्रयास करने लगे. सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि मैने वहां देखा तो मंदिर बंद था. उन्होंने कहा कि आसपास के लोगों से बात करने पर पता चला कि लगभग 40 वर्षों से यह मंदिर खुला ही नहीं है और ताला बंद है. जिसके बाद उन्होंने मंदिर खोलने की मांग की है. सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि फिलहाल इस मंदिर के बारे में भी बहुत जानकारी नहीं है, लेकिन इसके बारे में नगर निगम से जानकारी हासिल की जा रही है. उनका कहना है कि इसको लेकर मेयर और विधायक से बात की गई है और इसके बारे में जानकारी मांगी गई है.