नई दिल्ली:दिल्ली सरकार ने अस्पतालों के निर्माण और पुराने अस्पतालों के विस्तार में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए एंटी करप्शन ब्रांच (एसीबी) को दिशा-निर्देश जारी किए हैं. उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा दिए गए इस आदेश के तहत, लोक निर्माण विभाग के पांच इंजीनियरों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी.
200 करोड़ के घोटाले का है आरोप
ये इंजीनियर, जो लोक निर्माण विभाग के इलेक्ट्रिक डिवीजन में कार्यरत हैं, आरोपित हैं कि उन्होंने अस्पतालों के निर्माण और विस्तार के कार्य में 200 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय अनियमितताओं को अंजाम दिया है.मई महीने में एसीबी ने पहले ही इन इंजीनियरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी, जिनमें दो सहायक इंजीनियर्स और तीन जूनियर इंजीनियर्स शामिल हैं.
शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि इन अभियुक्तों ने ठेकेदारों को फर्जी बिलों के भुगतान के लिए अनुशंसा की, जिससे सरकारी खजाने को भारी वित्तीय नुकसान हुआ. अधिकारियों पर ये आरोप भी लगे हैं कि उन्होंने अपने पसंदीदा ठेकेदारों को अनधिकृत लाभ देने के लिए कोटेशन में फर्जी साइन भी किए. इस पूरी स्थिति ने सरकारी वित्तीय स्थिति को गंभीर खतरे में डाल दिया है.