देहरादूनःसार्वजनिक स्थान पर दो गुटों में हुए विवाद में फायरिंग की घटना को अंजाम देने वाले 2 आरोपियों को थाना राजपुर पुलिस ने यूपी से गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयोग 1 अवैध तमंचा 12 बोर और 1 जिंदा कारतूस बरामद हुआ है. पुरानी रंजिश के कारण हुए विवाद में आरोपियों ने दूसरे गुट पर जानलेवा हमला करने की नियत से फायर किया था. पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है.
ये है घटना:16 मई को थाना रायपुर पुलिस को कृषाली चौक पर कुछ व्यक्तियों द्वारा आपस में मारपीट कर दंगा करने और हवाई फायरिंग किए जाने की सूचना मिली. सूचना पर थाना रायपुर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो घटनास्थल पर काफी संख्या में भीड़ इकट्ठी थी, जो भारी पुलिस बल को देखकर मौके से तितर-बितर हो गई. सार्वजनिक स्थान पर दो गुटों के बीच हुई मारपीट और फायरिंग की घटना की संवेदनशीलता के मद्देनजर एसएसपी द्वारा तत्काल आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए. जिस पर चौकी प्रभारी आईटी पार्क द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ थाना राजपुर में मुकदमा दर्ज किया गया और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तत्काल अलग-अलग टीमों का गठन किया गया.
गठित टीमों ने घटनास्थल से बरामद गाड़ियों की जांच की तो गाड़ियों में फर्जी नंबर प्लेट लगा होना पाया गया. इस पर गाड़ियों के इंजन और चेचिस नंबर की मदद से वाहन स्वामियों के बारे में जानकारी निकाली गई. साथ ही घटनास्थल और उसके आसपास लगे करीब 178 सीसीटीवी कैमरों को चेक करते हुए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर करीब 800 लोगों से पूछताछ की गई. पुलिस की जांच में 2 आरोपी उधम सिंह और देव गुर्जर के घटना में शामिल होने की जानकारी मिली. पुलिस ने मोबाइल सर्विलांस और मुखबिर की सहायता से आरोपी देव गुर्जर को मुजफ्फरनगर और उधम सिंह को मेरठ से गिरफ्तार किया.
थाना रायपुर प्रभारी पीड़ी भट्ट ने बताया, दोनों मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं. घटना में शामिल तीसरा मुख्य आरोपी हर्षित गुर्जर निवासी मुजफ्फरनगर है. पुलिस ने बताया कि 15 मई को हर्षित गुर्जर ने उधम और देव गुर्जर को अपने किराए के कमरे आईटी पार्क में तमंचा के साथ बुलाया था. हर्षित गुर्जर के कमरे में पहुंचने पर दोनों व्यक्तियों ने देखा कि वहां पहले से ही 10 से 12 और लड़के कई तमंचों के साथ मौजूद थे.