देहरादून: उत्तराखंड में चल रहे निकाय चुनाव के बीच देहरादून सिटीजंस फोरम ने मेयर संवाद के जरिए देहरादून में मेयर पद पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को एक मंच पर लाया गया. इस दौरान भाजपा प्रत्याशी सौरभ थपलियाल, कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र पोखरियाल, आप प्रत्याशी रविंद्र आनंद और उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी कैप्टन वीरेंद्र सिंह बिष्ट समेत निर्दलीय प्रत्याशी विजय भट्टराई संवाद में शामिल हुए.
भाजपा प्रत्याशी सौरभ थपलियाल ने कहा कि उनकी पार्टी पहले ही संकल्प पत्र सार्वजनिक कर चुकी है, जिसमें शहर की साफ-सफाई से लेकर नगर निगम प्रबंधन के आम लोगों तक जाकर उनकी समस्याओं का समाधान करने की बात कही गई है. इस तरह छोटी सरकार के वार्डों में जनता द्वारा पहुंचने का एजेंडा तैयार किया गया है, जहां तक सवाल देहरादून को पर्यावरण के लिहाज से सुरक्षित बनाने का है, तो इसके लिए नदियों की स्वच्छता से लेकर वृक्षारोपण तक के कार्यों में तेजी लाने का प्रयास किया जाएगा.
कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र पोखरियाल ने कहा कि वह शहर में अगले 5 सालों के दौरान 10 लाख पेड़ लगाने के लिए संकल्पबद्ध है. इसके अलावा पॉलिथीन की समस्या को कारखाने से ही खत्म किए जाने और उसे रोकने के लिए जमीनी स्तर पर काम किया जाएगा. उन्होंने मेयर संवाद के कार्यक्रम को बेहतर बताते हुए इस तरह के प्रयोग से जनता के सामने स्पष्ट विजन आने की बात कही.
आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी रविंद्र आनंद ने देहरादून में 5 साल में 5 लाख सीसीटीवी कैमरा लगाने और 10000 गाड़ियों के लिए पार्किंग की व्यवस्था किए जाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने पांच संकल्प सार्वजनिक किए हैं, जिसमें किन्नर समाज के हित के कार्यों को भी जोड़ा गया है.
उत्तराखंड क्रांति दल के मेयर प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि वह देहरादून शहर के लिए एक इको टास्क फोर्स का गठन करेंगे, इसके जरिए देहरादून शहर को ग्रीन दून के रूप में डेवलप किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पॉलिथीन की समस्या को शहर की सीमाओं पर ही रोकना और इंदौर के कचरा प्रबंधन मॉडल से सीख कर उसका देहरादून में इंप्लीमेंट करवाने की बात कही. इसके अलावा देहरादून में भू कानून की भी उन्होंने मजबूती के साथ पर भी की है.
निर्दलीय प्रत्याशी विजय भट्टराई ने कहा कि जनता ने राष्ट्रीय दलों को बार-बार मौका दिया है, लेकिन उन्होंने शहर की सूरत को बिगाड़ा है. ऐसे में एगर उन्हें मौका दिया जाता है, तो वह देहरादून शहर की मूलभूत जरूरत और सुविधाओं पर फोकस करेंगे.
देहरादून सिटीजंस फोरम के सदस्य जगमोहन मेहंदीरत्ता ने कहा कि ये पहला मौका है, जब इस तरह से चुनाव से पहले प्रत्याशी एक साथ एक मंच पर आकर अपने विजन को स्पष्ट कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह एक बेहतर शुरुआत है. इससे न केवल प्रत्याशियों की सोच के जरिए उनके चयन को लेकर आम लोगों को आसानी होगी, बल्कि प्रत्याशियों के विजन को भी समझ सकते हैं.
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