परिजनों ने क्या कहा, सुनिए.... जोधपुर.मथुरादास माथुर अस्पताल में रविवार रात को कार्डियक सर्जरी डिपार्टमेंट में भर्ती विवाहिता की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. परिजनों ने इसके लिए डॉक्टर को जिम्मेदार बताते हुए आरोप लगाया कि मरीज की स्थिति गंभीर थी, इसके बावजूद ऑपरेशन नहीं किया. जबकि डॉक्टर की मांग पर इसे 13 हजार रुपए भी दे दिए थे. इसके बावजूद ऑपरेशन नहीं किया.
सोमवार को परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन को एक प्रार्थना पत्र देकर मरीज का पोस्टमार्टम एम्स में करवाने की मांग की है, क्योंकि उन्हें यहां के डॉक्टर्स पर विश्वास नहीं है. अस्पताल के उप अधीक्षक डॉ. धर्मेंद्र गुर्जर ने बताया कि परिजनों का प्रार्थना पत्र मिला है. उच्चाधिकारियों को बता दिया है. घटनाक्रम की जांच करवाई जाएगी. परिजनों की मांग पर मृतका का शव एम्स पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
पढ़ें :विवाहिता की मौत के बाद मोर्चरी पर पीहर एवं मायके पक्ष में चले लात-घूंसे, पीहर पक्ष ने लगाया हत्या का आरोप
शहर के मंडोर निवासी 26 वर्षीय गुड्डी पत्नी कैलाश को हार्ट और लंग की परेशानी के चलते कार्डियक सर्जरी विभाग में 18 अप्रैल को भर्ती करवाया था. जिसका उपचार कार्डियक सर्जन डॉ. सुभाष बलारा की देखरेख में शुरू हुआ परिजनों का कहना है कि डॉ. बलारा ने ऑपरेशन के अलग से राशि मांगी थी. इस पर 13 हजार रुपए परिजनों ने डॉक्टर को दे दिए, लेकिन इसके बावजूद ऑपरेशन टालते रहे.
इस दौरान रविवार रात को गुड्डी ने आईसीयू में दम तोड़ दिया. जिसके बाद परिजनों ने डॉ. बलारा पर आरोप लगाए. परिजनों की मांग पर गुड्डी का शव एम्स भेज दिया. राज्य अनुसूचित आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष विष्णु सचिव सरवटे ने बताया कि इस मामले को लेकर पुलिस में भी रिपोर्ट दी गई है. इस प्रकरण में डॉ. बलारा ने अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.