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गंडक, बागमती, कोसी और महानंदा कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर, नदियों के जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ का खतरा बढ़ा - Bihar Flood - BIHAR FLOOD

Bihar Rivers Water Level: बिहार में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. गंगा को छोड़कर लगभग सभी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी होने के कारण दियारा इलाकों में परेशानी बढ़ने लगी है. आलम ये है कि दियारा के लोग अब ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं.

Bihar Rivers Water Level
बिहार में नदियों का जलस्तर (ETV Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jul 10, 2024, 10:41 AM IST

पटना: बिहार में मानसून सक्रिय है और पिछले दिनों नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र में भी काफी बारिश हुई है. इसका असरबिहार की नदियों के जलस्तरपर भी पड़ा है. कई नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और कई नदियां खतरे के निशान से भी ऊपर बह रही हैं. जिस वजह से बिहार में बाढ़ को लेकर चिंता बढ़ गई है. कई जगहों पर लोग पलायन को मजबूर हैं.

बिहार में नदियों का जलस्तर बढ़ा: केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंडक नदी गोपालगंज के डुमरिया घाट में 116 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है. बागमती नदी मुजफ्फरपुर जिले के बेनीबाद में 81 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है. कोसी नदी खगड़िया के बलतारा में खतरे के निशान से 81 सेंटीमीटर ऊपर है. महानंदा नदी पूर्णिया जिले के ढेंगरा घाट में 110 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है. महानंदा नदी कटिहार के झावा में खतरे के निशान से 32 सेंटीमीटर ऊपर है. परमान नदी अररिया में खतरे के निशान से 45 सेंटीमीटर ऊपर है. कई नदियों में जलस्तर में और वृद्धि होने के संकेत हैं तो कुछ में जलस्तर घट भी सकता है.

बिहार के कई इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी (ETV Bharat)

लगातार बारिश से बाढ़ का खतरा बढ़ा:उधर, मौसम विभाग के अनुसार कोसी, महानंदा, बागमती, अधवार और गंडक नदियों के जल ग्रहण क्षेत्र में साधारण से माध्यम बारिश होने की संभावना है. पिछले 24 घंटे के दौरान बिहार में कई इलाकों में 50 मिली मीटर से ऊपर बारिश रिकार्ड की गई है. अररिया में 58 मिलीमीटर 60 में 87 मिली मीटर तैयबपुर में 84 मिली मीटर, रीता में 60 मिली मीटर, चरघरिया में 70 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.

गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे:वहीं, अगर गंगा के जलस्तर की बात करें तो दीघा घाट पर खतरे का निशान 50.45 मीटर है, जबकि अभी 46.66 मीटर तक पानी पहुंचा है. गांधी घाट पर खतरे के निशान (48.60) से थोड़ा ही कम 46.35 मीटर तक जलस्तर पहुंच चुका है. हाथीदह में खतरे के निशान 41.76 से कम यानी 38.11 मीटर है. मुंगेर में भी खतरे के निशान 39.33 से कम 33.83 मीटर तक पानी पहुंचा है. भागलपुर की बात करें तो वहां खतरे के निशान 33.68 मीटर से नीचे 28.20 मीटर तक पानी है, जबकि फरक्का में खतरे के निशान (22.25) से कम 18.18 मीटर तक जलस्तर है.

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