दमोह:दमोह जिले में शराब और गांजा सहित अन्य मादक पदार्थों की बड़े पैमाने पर तस्करी हो रही है. इसके तार अंतर्राज्यीय गिरोहों से जुड़े हुए हैं. ताजा मामला स्थानीय जटाशंकर कॉलोनी का है. यहां पर पुलिस ने एक कार से भारी मात्रा में गांजा बरामद किया है. जिसका बाजार में थोक मूल्य करीब 10 लाख रुपए है. जबकि यही गांजा जब छोटे-छोटे पैकेट में शहर में बेचा जाता है तो उसकी कीमत 6 गुना बढ़कर करीब 60 लाख रुपए हो जाती है.
पुलिस ने पकड़ा गांजा, 4 तस्कर गिरफ्तार
मामले का खुलासा करते हुए दमोह पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया, ''गांजा सहित 4 आरोपी पकड़े गए हैं. आरोपियों में छोटू उर्फ स्वप्निल जैन, दीपू उर्फ संदीप जैन, छुट्टन उर्फ छत्रपाल पटेल और गुड्डा लोधी शामिल हैं. उनके पास से 10 लाख कीमत का अवैध गांजा पकड़ा गया है. साथ ही जिस वाहन से गांजे की सप्लाई हो रही थी, उसे भी जब्त कर लिया है.'' पुलिस अधीक्षक ने कहा कि, ''दमोह में लगातार इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं. पुलिस लगातार गांजा और अवैध मादक पदार्थों को पकड़ रही है. लेकिन हमारे युवा जिस तरह से इसकी गिरफ्त में आ रहे हैं वह हमारे लिए चिंता का विषय है.''
दमोह में हाईटेक तरीके से हो रही थी तस्करी (ETV Bharat) कार की सीट और डिग्गी में छुपाकर रखा था गांजा
पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशीने बताया कि, ''गांजा कार की डिग्गी और सीट के नीचे रखा था. गांजे की पैकिंग और तरीका देखकर लग रहा है कि यह उड़ीसा से आया होगा. इन आरोपियों के तार कहां से जुड़े हुए हैं? उड़ीसा में इनका कोई वेंडर है या किसी अन्य माध्यम से गांजा आया है? दमोह में कहां-कहां सप्लाई होता है, उसकी भी हम जांच कर रहे हैं.'' उन्होंने यह भी कहा कि, ''इन आरोपियों का हम नेशनल रिकॉर्ड भी देख रहे हैं. यदि यह पूर्व से आरोपी हैं या इनका केवल दमोह में रिकॉर्ड दर्ज है तो उसकी सूचना हम अन्य राज्यों को भी देंगे, ताकि वहां पर यदि उनके तार जुड़े हुए हों तो वहां पर भी इन पर प्रकरण दर्ज किया जाए.''
मादक पदार्थों की मंडी बनता दमोह
दमोह जिले में सिर्फ गंजा ही नहीं बल्कि अन्य मादक पदार्थ भी पहुंच रहे हैं. बीते वर्ष 2023 में दमोह में लाखों रुपए की हीरोइन बरामद की गई थी. इसके अलावा अगस्त के महीने में ही पथरिया के एक गांव में पुलिस ने करीब 4 क्विंटल गांजा की खेती नष्ट की थी. 2021 में पथरिया में एक मालगाड़ी के डिब्बे की जांच करने पर एक खाली डिब्बे से करीब 5 बोरा गांजा बरामद किया गया था. लेकिन मौके पर कोई आरोपी न होने के कारण वह गांजा किसने लोड किया, दमोह में किसने मंगवाया इसकी जानकारी नहीं लग पाई थी. ड्रग्स के कारण ही पिछले साल दो युवक काल के गाल में समा गए थे.