साइबर ठगों ने अपनाया नया तरीका. (ETV Bharat jodhpur) जोधपुर :तेजी से बढ़ते आर्थिक अपराध में साइबर फ्रॉडर अब नकदी से यूएसडीटी यानी क्रिप्टो करेंसी खरीद कर आगे दे रहे हैं, जबकि कुछ बदमाश ऐसे भी हैं जो लोगों का कालाधन लेकर उनको विदेशी मुद्रा दिलवा रहे हैं. हाल ही में जोधपुर पुलिस ने दो अलग-अलग मामले का पर्दाफाश किया है, जिसमें एक साइबर फ्रॉड द्वारा अलग-अलग राज्यों में ठगी कर उस राशि को जोधपुर में क्रिप्टो करेंसी में खपाना सामने आया है.
दूसरी और एक गिरोह ऐसा भी मिला है जो लोगों से नकदी लेकर उनको क्रिप्टो उपलब्ध करवा रहा है. आशंका है कि इससे कालाधन को विदेशी मुद्रा में परिवर्तित कर उसे अलग-अलग रास्तों से व्हाइट मनी बना रहे हैं. फिलहाल इस दूसरे गिरोह का मुखिया पुलिस की गिरफ्त से दूर है, लेकिन उसके दो साथी पकड़े गए हैं, जिनसे पूछताछ में कई राज सामने आए हैं. पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि इसके लिए एक अवैध चाइनीज एप का उपयोग किया जा रहा है.
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लिंक भेज कर एप डाउलोड करवाते हैं :सरदारपुरा थाने की सब इंस्पेक्टर रीना कुमारी ने बताया कि अवैध रुपए से यूएसडीटी का लेनदेन करने के लिए चाइनीज एप का उपयोग हो रहा है. जिस व्यक्ति से नकद राशि ली जाती है उसे लिंक भेज कर एप डाउनलोड करवाया जाता है, जिसके बाद उसे विदेशी मुद्रा ट्रांसफर कर दी जाती है. इस एप पर शेयर मार्केट की तरह से मुद्रा की खरीद-फरोख्त ऑनलाइन होती है. जहां पर अच्छा मुनाफा मिलने पर बेचने के बाद कई अन्य विकल्प अपनाकर राशि अपने खातों में ट्रांसफर कर लेते हैं.
हर दिन 20 से 25 लाख का कलेक्शन :सब इंस्पेक्टर रीना कुमारी ने बताया कि सरदारपुरा थाना पुलिस ने जिन दो युवकों जीतू और अनिल को पकड़ा था. उन्होंने पुलिस को बताया कि रोहित धनवानी ने उनको लालच दिया कि रुपए कलेक्शन कर बताए गए खातों में जमा करवाना होगा. इसके लिए प्रतिदिन उसे एक हजार रुपए मिलेंगे. इसके तहत दोनों हर दिन 20 से 25 लाख रुपए एकत्र कर सीडीएम में जमा करवाते थे. इसके बाद रोहित खातों की राशि से यूएसडीटी खरीद कर उनको ट्रांसफर करता है. पुलिस का अंदाजा है कि अब तक करीब 20 करोड़ रुपए का लेनदेन हो चुका है. सीडीएम मशीन पर जिन खातों का उपयोग होता है, उनको भी कमीशन दिया जाता है. सब इंस्पेक्टर ने बताया कि सबकी डिटेल निकाली जा रही है.
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सात राज्यों में 4 करोड़ का फ्रॉड :महामंदिर थाना पुलिस ने जोधपुर के रहने वाले 24 साल के जयेश पुरोहित को पकड़ा. उससे पूछताछ में भी कई बातें सामने आई हैं. वह लंबे समय से लोगों से फ्रॉड कर रुपए अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करता रहा है. राजस्थान के अलावा उत्तरप्रदेश, कर्नाटक, केरल, पंजाब, तेलंगाना, तमिलनाडू, आंध्रप्रदेश में करीब 4 करोड़ रुपए से अधिक का साइबर फ्रॉड कर चुका है. जोधपुर में वह इस राशि को क्रिप्टो में खपा रहा था. एडीसीपी ईस्ट वीरेंद्र सिंह ने बताया कि अब उससे दस खातों की जानकारी मिली है, जिनके डेबिट कार्ड भी मिले हैं. कुछ लोगों के और नाम सामने आए हैं जल्द और गिरफ्तारियां होंगी.