दौसा: सावन के तीसरे सोमवार को नीलकंठ महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा. इस दौरान महादेव के भक्त बारिश में भीगते हुए देवगिरि पहाड़ी स्थित मंदिर पहुंचे. यहां भक्तों ने नीलकंठ महादेव को बिल्व पत्र अर्पित किए. इस दौरान मंदिर प्रबंधन की ओर से नीलकंठ महादेव की अलौकिक फूल बंगला झांकी सजाई गई.
नीलकंठ धर्म सेवा समिति के अध्यक्ष रोशन जोशी ने बताया कि देव नगरी दौसा में पंचमहादेव का निवास है. यहां सावन के महीने में हजारों की तादाद में भक्त दर्शन कर मनौती मांगते हैं.इसके चलते सावन के महीने में अलसुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. मंदिर प्रबंधन के अनुसार दौसा में विराजित स्वयंभू नीलकंठ महादेव का मंदिर करीब 200 वर्ष से भी अधिक पुराना है. यहां पहले एक छोटी सी गुमटी में स्वयंभू शिवलिंग की पूजा होती थी, लेकिन करीब 50 साल पहले ही यहां भव्य मंदिर का निर्माण करवाया गया. इसके बाद नीलकंठ महादेव के भक्तों में भी इजाफा होने लगा.
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मंगलवार को निकलेगी शोभायात्रा:नीलकंठ धर्म सेवा समिति के अध्यक्ष रोशन जोशी के अनुसार सावन के महीने में प्रतिवर्ष नीलकंठ महादेव मंदिर पर जागरण और शोभायात्रा का आयोजन किया जाता है. ऐसे में इस बार भी सावन के महीने में बीती रात भव्य जागरण का आयोजन किया गया. वहीं मंगलवार को भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा. इसमें शोभायात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए बाबा वैद्यनाथ महादेव मंदिर पहुंचेंगी.
मनौतियां मांगते हैं श्रद्धालु:जिले की महिला श्रद्धालु विजय लक्ष्मी ने बताया कि वह शादी के बाद से लगातार अपने परिवार के साथ नीलकंठ महादेव मंदिर पर दर्शनों के लिए आ रही हैं. विनोद शर्मा ने बताया कि नीलकंठ महादेव का शिवलिंग स्वयंभू है. अन्य श्रद्धालुओं ने बताया कि यहां बड़ी संख्या में दूर-दराज से श्रद्धालु नीलकंठ महादेव के दर्शनों के लिए आते हैं. अपनी मनोकामना के लिए मनौती मांगते हैं. सावन के महीने में उपवास करने वाली महिलाएं नीलकंठ महादेव के दर्शनों के बाद ही अपना उपवास खोलती हैं.