देहरादून:उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के अधिकारियों और निर्माण एजेंसियों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया गया है. नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने पर्यटन विभाग, आईटीआई, दून मेडिकल कॉलेज समेत अन्य सरकारी परियोजनाओं में पैसों की हेराफेरी, निर्माण कार्यों में गड़बड़ी और धन के दुरुपयोग के मामलों में 6 मुकदमे दर्ज किए हैं. बताया जा रहा है कि साल 2012 से 2018 के बीच करीब 130 करोड़ की वित्तीय अनियमितताएं एवं गबन किया गया है.
अपर परियोजना प्रबंधक सुनील कुमार मलिक ने दर्ज कराए मुकदमे:दरअसल, उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम इकाई 1 के अपर परियोजना प्रबंधक सुनील कुमार मलिक ने नेहरू कॉलोनी थाने में शिकायत दर्ज कराई है. जिसमें उन्होंने बताया कि साल 2018-19 से पहले वित्तीय अनियमितता और गबन से संबंधित मामलों में विभागीय जांच कराई गई. जिसमें पाया गया करोड़ों रुपए के गबन और अनियमितता हुई है. जिस पर उन्होंने नेहरू कॉलोनी थाने में मुकदमे दर्ज कराए हैं.
कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग उत्तराखंड में 15 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण एसपीए योजना के अंतर्गत ग्राहक की ओर से 15 संस्थानों के लिए एकमुश्त 1517.50 लाख रुपए धन अवमुक्त किया गया. जिसमें 6 संस्थान बसुकेदार, चिरबटिया, बडावे, थल, गंगोलीहाट और कठपुडिया छीना (ये संस्थान भूमि उपलब्ध न होने के कारण शुरू नहीं हो पाए) के लिए 600.16 लाख रुपए की धनराशि जारी की गई, लेकिन आईयूटी के माध्यम से धनराशि को अन्य विभागों के कार्यों पर व्यय कर दिया गया है, जिसका समायोजन वर्तमान तक नहीं हो पाया है.
जिस पर नेहरू कॉलोनी थाने में शिव आसरे शर्मा तत्कालीन परियोजना प्रबंधक (अतिरिक्त महाप्रबंधक के पद से सेवानिवृत्त), प्रदीप कुमार शर्मा तत्कालीन परियोजना प्रबंधक (अतिरिक्त महाप्रबन्धक के पद से सेवानिवृत्त), वीरेंद्र कुमार सहायक लेखाधिकारी स्तर 2 (बर्खास्त एवं सेवानिवृत्त) के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
वहीं, डिजास्टर रिलीफ सेंटर्स के निर्माण कार्य के लिए भूमि प्राप्त हुए बिना ग्राहक से मिले धनराशि 428.00 लाख रुपए गबन और वित्तीय अनियमितताएं पर प्रदीप कुमार शर्मा एवं वीरेंद्र कुमार रवि के खिलाफ नेहरू कॉलोनी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.