रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड की ग्रामीण इलाकों की भोली-भाली महिलाएं सोशल मीडिया पर रोजगार के विज्ञापन देखकर आसानी से साइबर ठगी का शिकार हो रही हैं. अब तक साइबर ठगों के झांसे में कई महिलाएं आ चुकी हैं, जो लाखों रुपए गंवाने के बाद अब पुलिस थानों के चक्कर काट रही हैं. वहीं पुलिस प्रशासन की ओर से इस मामले में ढिलाई बरती जा रही है, जिस कारण साइबर ठग भी आराम से महिलाओं को ठगने में लगे हैं. ऐसा ही एक मामला रुद्रप्रयाग के अगस्त्यमुनि से सामने आया है.
अगस्त्यमुनि निवासी एक महिला ने बताया कि उन्होंने फेसबुक पर पेन-पेंसिल पैकिंग योजना से संबंधित रोजगार देखा. उसमें दिए गए नंबर पर कॉल किया तो विपिन गुप्ता नाम से एक व्यक्ति ने फोन उठाया और पेन-पेंसिल पैकिंग योजना के बारे में बताया. उसने बताया कि आपको घर बैठे पैकिंग का कार्य करना है और सैलरी 22 हजार रुपए मिलेगी. उन्होंने इस कार्य के संबंधित एक वीडियो भी भेजा, जिसमें किस प्रकार कार्य करना है, वह दिखाया जा रहा है. व्यक्ति ने कहा कि उनका एक कूरियर बॉय आयेगा, जो उन्हें पेन-पेंसिल पैकिंग का सामान भी देगा और फिर कार्य पूरा होने के बाद सामान लेने भी आएगा.
काफी दिनों तक सोचने के बाद महिला को फिर कॉल आया तो महिला ने कार्य करने के लिए हां कह दिया. इसके बाद आधार कार्ड भेजने की बात कहकर आईडी कार्ड बनाने के लिए रुपए मांगे गए. उन्होंने पहले साइबर ठग को 600 रूपए दिए. इसके बाद आईडी कार्ड भेजा गया. कुछ दिन ठगों द्वारा कहा गया कि आपका वेरिफिकेशन होना है इसके लिए 7 से 10 हजार रुपए देने होंगे. कुछ दिनों व्यक्ति ने फिर फोन किया और कहा कि कूरियर बॉय सामान लेकर आ रहा है. सामान के रुपए 'फोन पे' करने होंगे.