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मून नाइट में क्यों देखते ताज महल?, कब देख सकते, कैसे मिलेगा टिकट

रात 8:00 से 12 बजे तक ही खुलेगा ताजमहल, 400 सैलानी चांदनी रात में करेंगे ताज का दीदार

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 4 hours ago

Updated : 39 minutes ago

ताजमहल की 'चमकी' का क्रेज
ताजमहल की 'चमकी' का क्रेज (Photo credit: ETV Bharat)

आगरा :शरद पूर्णिमा पर मोहब्बत की निशानी ताजमहल की 'चमकी' देखने का क्रेज देशी और विदेशी पर्यटकों में खूब होता है. इसके दीदार के लिए चार दिन के सभी स्लॉट के टिकट बुक हो चुके हैं. हर कोई चांदनी रात में ताज का दीदार करना चाहता है. सुपर मून की किरणें ताजमहल के धवल संगमरमरी बदन पर अठखेलियां करती हैं तो ताजमहल दमकता और चमकता है. यही ताजमहल की 'चमकी' है. जिसकी टिकटों को लेकर खूब मारामारी रही. वहीं मेहताब बाग के पास ​यमुना किनारे बने एडीए ताज व्यू प्वॉइंट से आप चमकी के दीदार किए जा सकते हैं. इसके लिए पर्यटकों को एडीए ताज व्यू प्वॉइंट पर टिकट मिल सकता है.




बता दें कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की ओर से शरद पूर्णिमा की चांदनी रात में ताजमहल की 'चमकी' देखने के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग हो रही है. चार दिन के सभी स्लॉट बुक हो गए हैं. ये टिकट देशी और विदेशी पर्यटक ने बुक कराए हैं, जो शरद पूर्णिमा के फुल मून में ताजमहल का दीदार करेंगे. टिकट बुक कराने में दिल्ली, मुम्बई, बेंगलुरू, अहमदाबाद, पुणे, देहरादून, भोपाल, लखनऊ, जयपुर, जोधपुर समेत अन्य शहरों के साथ ही विदेशी पर्यटकों ने भी मून नाइट में ताजमहल निहारने की टिकट बुक कराई है.

ताजमहल की 'चमकी' क्या है? :वरिष्ठ टूरिस्ट गाइड शमशुद्दीन ने बताया कि हर साल देशी-विदेशी पर्यटक शरद पूर्णिमा का एक साल तक इंतजार करते हैं. पूर्णिमा की चांदनी रात में ताजमहल के धवल संगमरमरी बदन पर चंद्रमा की किरणों जब अठखेलियां करती हैं तो ताजमहल पर जड़े बेसकीमती पत्थर (सेमी प्रीसियस और प्रीसियस स्टोन) चमकने लगते हैं. यह नजारा बेहद अद्भुत होता है. इसे ही 'चमकी' कहते हैं. साल में सिर्फ पांच दिन ही 'चमकी' देखने का मौका मिलता है. मगर, इस साल पर्यटक चार दिन ही चमकी देख सकेगे. इसलिए सैलानियों में 'चमकी' का क्रेज है.

पहले शरद पूर्णिमा पर लगता था रात भर मेला :वरिष्ठ इतिहासकार राजकिशोर राजे बताते हैं कि शरद पूर्णिमा पर चांद की दूधिया रोशनी जब ताजमहल के धवल संगमरमरी बदन पर पड़ती है तो ताजमहल का सौंदर्य और निखर उठता है. सन् 1984 से पहले ताजमहल रात में भी खुलता था, तब शरद पूर्णिमा पर ताजमहल परिसर में मेला लगता था. इस दौरान लोग रात में चमकी देखते थे. तब पांच नहीं, सात दिनों तक चमकी देखी जाती थी. इस दौरान ताजमहल परिसर में पूरी रात बच्चे, युवा और बड़ों की यही आवाज गूंजती थी... ‘ये चमकी, वो चमकी’.

यहां से सस्ती दर पर देखें ताजमहल की 'चमकी' :आगरा में आवास विकास प्राधिकरण एडीए ने मेहताबबाग, यमुना किनारे ताज व्यू प्वाइंट विकसित किया है. यहां से देश-विदेश के पर्यटक दिन और चांदनी रात में ताजमहल का दीदार कर सकते हैं. ताजमहल के मुकाबले ताज व्यू प्वाइंट से मून लाइट में ताजमहल देखने की टिकट भी सस्ती है. यहां से ताजमहल का दीदार सूर्योदय से सूर्यास्त तक भारतीय पर्यटक के लिए टिकट 50 रुपये और विदेशी पर्यटक का टिकट 200 रुपये का है. इसके साथ ही यदि कोई पर्यटक चांदनी रात में ताजमहल देखना चाहता है तो भारतीय पर्यटक को 200 रुपये और विदेशी पर्यटक को 500 रुपये का टिकट लेना होगा.


50-50 के स्लॉट में पर्यटक देखेंगे ताज :एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद् डॉ. राजकुमार पटेल बताते हैं कि शरद पूर्णिमा पर ताजमहल के रात्रिदर्शन व्यवस्था की शुरूआत मंगलवार रात 8:00 बजे से शुरू होगी जो शनिवार रात तक चलेगी. जिसके चलते ताजमहल रात 8:00 से 12 बजे तक ही खुलेगा. इस दौरान 30-30 मिनट के आठ स्लॉट में 50-50 पर्यटकों के स्लॉट में अधिकतम 400 सैलानी ही चांदनी रात में ताजमहल देखेंगे. इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है.

विदेशी पर्यटक का टिकट 750 रुपये का :एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद् डॉ. राजकुमार पटेल बताते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ताजमहल के रात्रि दर्शन की ऑनलाइन टिकट की बुकिंग होती है. ताजमहल के रात्रि दर्शन के लिए भारतीय पर्यटक का टिकट 510 रुपये का, विदेशी पर्यटक का 750 रुपये और 15 साल से कम उम्र के बच्चे का टिकट 500 रुपये रखा गया है. पहले पर्यटकों को माल रोड स्थित एएसआई ऑफिस आकर काउंटर से टिकट खरीदना होता था.


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